हरियाणा चुनाव: टिकट घोषणा से पहले ही बीजेपी नेता ने कर दिया नामांकन, महेंद्रगढ़ में ये कैसी महाभारत
हरियाणा की महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट बीजेपी के लिए सिरदर्द बन गई है. यहां से पार्टी ने कंवर सिंह यादव को मैदान में उतारा है. उनके नाम की घोषणा बुधवार को हुई, लेकिन उससे पहले ही बीजेपी नेता रामबिलास शर्मा ने नामांकन दाखिल कर दिया था. रामबिलास हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं.
रामबिलास शर्मा को इस बात का एहसास था कि पार्टी उन्हें इस सीट से टिकट संभवत: नहीं देगी, इसलिए उन्होंने पार्टी द्वारा उम्मीदवार घोषित किए जाने से पहले ही इस निर्वाचन क्षेत्र से दिन में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया. रामबिलास शर्मा अपने परिवार सहित नामांकन दाखिल करने पहुंचे थे. इस मौके पर बीजेपी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
कार्यकर्ताओं में गुस्सा!
रामबिलास का नाम बीजेपी की किसी लिस्ट में नहीं था. बताया जाता है कि उनकी टिकट पर बड़े नेताओं ने पेच फंसाया हुआ था. लिस्ट में नाम जारी नहीं होने के बाद कार्यकर्ताओं में रोष था. इसको लेकर उन्होंने मंगलवार को कार्यकर्ताओं की बैठक में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. उसके बाद पार्टी उनको मनाने के लिए भी जुटी थी. लेकिन उन्होंने आलाकमान को स्पष्ट कर दिया कि यह उनका आखिरी चुनाव है और वह इस बार जरूर लड़ेंगे.
उन्होंने बुधवार को महेंद्रगढ़ आवास पर पहले हवन किया और उसके बाद हजारों कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. सवा दो बजे उन्होंने अपना नामांकन किया. नामांकन के बाद वो मीडिया से रूबरू हुए. इस मौके पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा ने कहा कि महेंद्रगढ़ विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी के रूप में मैंने नामांकन किया. उन्होंने टिकट की देरी के बारे में कहा कि बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. कहीं न कहीं विचार विमर्श की वजह से टिकट में देरी हुई.
कौन हैं रामबिलास शर्मा?
रामबिलास शर्मा हरियाणा की सियासत में जाना माना नाम हैं.वह हरियाणा बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. कई बार प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. 2014 में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ हरियाणा में पहली बार सरकार बनाने में कामयाब रही तो उस समय भी प्रदेश में पार्टी की कमान उनके हाथों में रही.वह हरियाणा में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक थे. महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर कई बार विधायक रहे चुके हैं. 2019 में विधानसभा चुनाव हार गए थे.