हिंडनबर्ग के नए हमले का दिखा असर, नुकसान में अडानी की 7 कंपनियों के शेयर
अडानी ग्रुप से कथित रूप से जुड़े एक व्यक्ति के कई स्विस अकाउंट को जब्त किए जाने के बीच ग्रुप की सात कंपनियों के शेयर शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए.स्विट्जरलैंड के अधिकारियों ने धनशोधन जांच के तहत एक ताइवानी निवासी के कई स्विस बैंक अकाउंट्स में डिपॉजिट 31.1 करोड़ डॉलर (2,610 करोड़ रुपये) को जब्त कर लिया. अधिकारियों को संदेह है कि वह व्यक्ति अडानी ग्रुप का मुखौटा हो सकता है. हालांकि, समूह ने इस आरोप का पुरजोर तरीके से खंडन करते हुए कहा कि वह न तो किसी स्विस अदालती कार्यवाही में शामिल है और न ही उसका कोई खाता जब्त हुआ है.
अडानी ग्रुप कंपनियों के शेयरों में गिरावट
इस खबर के बीच बीएसई पर अडानी पावर के शेयरों में 2.73 फीसदी, अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस में 2.42 फीसदी, अडानी पोर्ट्स में 1.37 फीसदी, अडानी ग्रीन एनर्जी में 1.17 फीसदी, अडानी एंटरप्राइजेज में 0.76 फीसदी, अडानी टोटल गैस में 0.55 फीसदी और अडानी विल्मर में 0.37 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. हालांकि, समूह की तीन कंपनियां बढ़त के साथ बंद हुईं. एसीसी के शेयरों में 1.94 फीसदी, एनडीटीवी में 1.01 फीसदी और अंबुजा सीमेंट्स में 0.01 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. कारोबार के दौरान एक समय अदाणी पावर के शेयरों में 3.20 प्रतिशत और अदाणी एनर्जी में 2.75 फीसदी की गिरावट आ गई थी. अडानी ग्रीन 1.53 फीसदी और अडानी पोर्ट्स 1.51 फीसदी गिर गया था. लेकिन बाद में ये शेयर काफी हद तक संभल गए.
हिंडनबर्ग ने एक्स किया था पोस्ट
स्विस मीडिया फर्म गोथम सिटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि स्विस जांचकर्ताओं को संदेह है कि ताइवान का चांग चुंग-लिंग जांच के दायरे में आई कंपनी का अंतिम लाभकारी मालिक न होकर सिर्फ एक मुखौटा है. हालांकि, समूह ने इस आरोप का पुरजोर तरीके से खंडन करते हुए कहा कि वह न तो किसी स्विस अदालती कार्यवाही में शामिल है और न ही उसका कोई खाता जब्त हुआ है.
अमेरिका की शोध एवं निवेश कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में ‘स्विट्जरलैंड की मीडिया कंपनी द्वारा जारी स्विस आपराधिक रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि ‘स्विस अधिकारियों ने अडानी से संबंधित धनशोधन और प्रतिभूतियों में जालसाजी की जांच के तहत स्विस बैंक खातों में 31 करोड़ डॉलर से अधिक की राशि जब्त की है.
यह जांच 2021 की शुरुआत में हुई थी. हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट के हवाले से कहा, अभियोजकों ने विस्तार से बताया कि कैसे अदाणी से जुड़े एक व्यक्ति ने अपारदर्शी बीवीआई/मॉरीशस और बरमूडा कोष में निवेश किया. इस कोष में ज्यादातर अदाणी के शेयर थे. हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले साल अडानी ग्रुप पर निशाना साधते हुए एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसके अगले कुछ सप्ताह में समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार मूल्य में 150 अरब डॉलर की गिरावट आई थी.
अडानी ग्रुप का जवाब
इस बीच, अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उसका स्विट्जरलैंड में किसी भी अदालती कार्यवाही से कोई संबंध नहीं है. ग्रुप ने बयान में कहा कि हम इन निराधार आरोपों को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करते हैं. अडानी ग्रुप का किसी भी स्विस अदालती कार्यवाही में कोई संबंध नहीं है, न ही हमारी कंपनियों के किसी भी खाते को किसी प्राधिकरण ने जब्त किया है.
बयान के अनुसार, यहां तक कि कथित आदेश में भी स्विस न्यायालय ने न तो हमारी समूह कंपनियों का उल्लेख किया है, न ही हमें किसी ऐसे प्राधिकरण या नियामक निकाय से स्पष्टीकरण या जानकारी के लिए कोई अनुरोध प्राप्त हुआ है. हम दोहराते हैं कि हमारी विदेशी होल्डिंग संरचना पारदर्शी है तथा उसमें सभी प्रासंगिक कानूनों का अनुपालन किया गया है.
अडानी ग्रुप ने कहा कि आरोप स्पष्ट रूप से निरर्थक, तर्कहीन और बेतुके हैं. हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि यह हमारे समूह की प्रतिष्ठा और बाजार मूल्य को अपूरणीय क्षति पहुंचाने के लिए एकजुट होकर काम करने वाले उन्हीं लोगों द्वारा किया गया एक और सुनियोजित प्रयास है. बयान में कहा गया कि अडानी ग्रुप पारदर्शिता और सभी कानूनी एवं नियामकीय आवश्यकताओं के अनुपालन के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.