एनसीआर के इस शहर में 1.25 लाख लोगों को मिलेगा आशियाना, अंतरिम बजट में हुआ बड़ा ऐलान

अंतरिम बजट के बाद गाजियाबाद में अनियमित घरों में रहने वाले करीब सवा लाख परिवारों के घर का सपना पूरा होने की उम्मीद जगी है। वहीं, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को मकान मिलने का सपना साकार हो सकता है।

दिल्ली एनसीआर में नौकरी करने वालों में बड़ी संख्या में लोग गाजियाबाद में रहना पसंद करते हैं। ऐसे में यहां मकान की काफी मांग रहती है। इसी मांग को पूरा करने के लिए जनपद में हर वक्त ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट तैयार हो रहे हैं।

बजट में मध्य वर्ग के लिए योजना बनाने की घोषणा से यहां अनियमित घरों में रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी। उनके घर का सपना पूरा होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

बिल्डरों के संगठन क्रेडाई एनसीआर के अध्यक्ष मनोज गौड़ का कहना है कि मध्य वर्ग के घर का सपना पूरा करने के लिए बजट में योजना बनाने की बात कही गई है।

ऐसे में अफोर्डेबल हाउसिंग को फायदा होगा। नई योजना बनने से ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट आएंगे, जिससे लोगों के घर का सपना भी पूरा होगा। यह बजट इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने वाला है।

सरकार ने कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना है कि कैपिटल एक्सपेंडिचर में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने से निश्चित तौर पर विकास में तेजी आएगी।

इस साल भी रियल एस्टेट की ओर लोगों का रुख अच्छा रहने की उम्मीद है। साया ग्रुप के सीएमडी विकास भसीन और मिगसन ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर यश मिग्लानी कहते हैं.

कि अंतरिम बजट में हवाई उड़ान योजना के तहत नए मार्ग जोड़े जाने की बात कही है। इससे इन क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा मिलेगा, जिसका निश्चित रूप से रियल एस्टेट को फायदा होगा और मकानों की मांग में उछाल आएगा।

यहां आ सकते हैं प्रोजेक्ट

गाजियाबाद में नमो भारत कॉरिडोर के दोनों तरफ बड़े प्रोजेक्ट आ सकते हैं। इसके अलावा राजनगर एक्सटेंशन, वेव सिटी, सन सिटी, एनएच नौ, मधुबन बापूधाम, कोयल एन्क्लेव, इंद्रप्रस्थ योजना, मोदीनगर, मुरादनगर में भी कई ग्रुप हाउसिंग प्रोजेक्ट आने की उम्मीद है।

गरीबों को मकान मिलेंगे

सरकार ने प्रधामंत्री आवास योजना को पांच वर्ष के लिए आगे बढ़ाया है। इस दौरान योजना में कई प्रोजेक्ट भी आएंगे। जनपद में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जीडीए के पांच प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है।

इनमें प्राधिकरण 3,496 मकान तैयार किए जा रहे हैं। यह मकान प्राधिकरण की ओर से मधुबन-बापूधाम, डासना, प्रताप विहार, नूरनगर और निवाड़ी में बन रहे हैं। जबकि निजी बिल्डर भी 2805 मकान तैयार कर रहे हैं।

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