नए साल में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने से लेकर जीएसटी तक 10 उम्मीदें

नए साल में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने से लेकर जीएसटी तक 10 उम्मीदें

केंद्र सरकार अगले साल होने वाले 2024 लोकसभा चुनाव से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कटौती कर सकती है। बताया जा रहा है कि जल्द ही 10 रुपये तक की कटौती का ऐलान हो सकता है। इससे देशभर के ईंधन उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। पेट्रोल-डीजल से लेकर शेयर बाजार तक को 2024 से बहुत उम्मीदें हैं। आइए पहले 10 पर नजर डालें..

1: सस्ता हो सकता है पेट्रोल-डीजल: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बावजूद घरेलू स्तर पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक साल से अधिक समय से कोई बदलाव नहीं हुआ है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां, जिस नुकसान की बात कर रही थी, उसकी भरपाई हो चुकी है और मुनाफे में आ गई हैं। इसलिए भी दाम करने का दबाव बना हुआ है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि अस्थिर भू-राजनीतिक परिदृश्य और तेल उत्पादकों देशों के कड़े रुख के बावजूद आने वाले समय में तेल की कीमतों में उछाल की उम्मीद नहीं है।

2. जीडीपी : भारत ने 2023 में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था का ‘दर्जा’ कायम रखा। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रही है। भारतीय अर्थव्यवस्था की यह रफ्तार अगली छमाही में भी जारी रहने की उम्मीद है। इस तरह भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा। यानी भारत इस मामले में चीन से आगे रहेगा।

3. आयकर में छूट : नए साल में नौकरीपेशा लोगों को उम्मीद है कि सरकार आयकर में मानक कटौती को 50,000 रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर सकती है। साथ ही कर स्लैब में भी बदलाव कर राहत दे सकती है। सरकार ने 2023 में नई कर व्यवस्था में भी 50 हजार की मानक कटौती लागू करते हुए करदाताओं को राहत दी थी।

4. रेपो रेट : आरबीआई ने लगातार पांच मौद्रिक समीक्षा में रेपो दर को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। नए वर्ष में खुदरा महंगाई चार प्रतिशत से नीचे आ सकती है। उसके बाद रेपो दर में कटौती की संभावना है। इससे होम लोन समेत अन्य कर्ज की ईएमआई में कमी आ सकती है।

5. जीएसटी : साल 2023 में जीएसटी कलेक्शन ने कई रिकॉर्ड बनाए। अप्रैल के 1.87 लाख करोड़ रुपये का सर्वाधिक रिकॉर्ड कलेक्शन हुआ था। अक्टूबर में 1.72 लाख करोड़ रुपये का दूसरा रिकॉर्ड बना। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीएसटी कलेक्शन 12 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया है।

6. वाहन बिक्री: वर्ष 2023 में रिकॉर्डतोड़ बिक्री दर्ज करने वाले घरेलू वाहन उद्योग को आने वाले साल में बिक्री में जोरदार वृद्धि की उम्मीद है। बीते महीने देश में कुल 3.35 लाख यात्री वाहनों की थोक बिक्री हुई जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। यह नवंबर, 2022 के 3.22 लाख वाहनों के आंकड़े से 3.9 प्रतिशत अधिक है।

7. सोना और चमकेगा : पीली धातु की चमक नए साल 2024 में भी बनी रहेगी। अगले साल सोना 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि रुपये की स्थिरता, भूराजनीतिक अनिश्चितता और धीमी वैश्विक आर्थिक वृद्धि के कारण नए साल में भी सोने का आकर्षण कायम रहेगा।

8. शेयर बाजार : वर्ष 2023 में बीएसई सेंसेक्स 72,000 और निफ्टी 21,000 हजार के रिकॉर्ड स्तर को पार कर गए। नए साल में भी शेयर बाजार में तेजी बने रहने की उम्मीद है। भारतीय बाजार ने लचीलेपन का प्रदर्शन किया और व्यापक उभरते बाजारों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों में से एक बनकर उभरा है।

9. विदशी निवेश : भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के 2024 में गति पकड़ने की संभावना है। बेहतर व्यापक आर्थिक आंकड़े और औद्योगिक उत्पादन में तेजी के साथ आकर्षक पीएलआई योजना के कारण अधिक संख्या में विदेशी कंपनियां भारत की ओर आकर्षित होंगी। वर्ष 2014-23 की अवधि में एफडीआई आवक लगभग 596 अरब डॉलर रही है, जो 2005-14 के दौरान भारत को मिले एफडीआई से लगभग दोगुना है।

10. डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन : चालू वित्त वर्ष में अभी तक शुद्ध डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 20.66 प्रतिशत बढ़कर 13.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। यह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 11.35 लाख करोड़ रुपये था। इसमें 6.95 लाख करोड़ रुपये कॉरपोरेट कर और 6.73 लाख करोड़ रुपये व्यक्तिगत आयकर से मिले। कॉरपोरेट और व्यक्तिगत आयकर कलेक्शन दोनों में मजबूत वृद्धि बताता है कि भारत का आर्थिक सुधार महत्वपूर्ण गति प्राप्त कर रहा है।

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