हर दिन 12 फेक मैसेज! क्या आप भी बन रहे हैं शिकार? McAfee ने जारी की स्कैम मैसेज स्टडी
भारत में लोगों के पास रोज तकरीबन 12 फेक मैसेज आते हैं। ऐसा हम नहीं, ऐसा ग्लोबल कंप्यूटर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी McAfee की लेटेस्ट स्कैम मैसेज स्टडी का कहना है। स्टडी में कुछ ऐसे तथ्यों को सामने रखा गया है, जो आपको हैरान कर देंगे। भारत सहित सात देशों में 7,000 से अधिक व्यस्कों को सर्वे करने के बात पता लगाया गया कि कैसे स्कैम मैसेज और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) द्वारा बढ़ते घोटाले दुनिया भर में यूजर्स को प्रभावित कर रहे हैं।
अपनी पहला ग्लोबल स्कैम मैसेज स्टडी जारी करते हुए McAfee ने जानकारी दी है कि आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्कैमर्स का पसंदीदा टूल बन गया है, जो साइबर क्रिमिनल्स को स्कैम मैसेज के पैमाने को बढ़ाने में मदद करता है। फिशिंग और टेक्स्ट मैसेज स्कैम तेजी से बढ़ रहे हैं और स्टडी के अनुसार, हर 11 सेकंड में एक नई फिशिंग साइट बनाई जा रही है।
इस स्टडी से पता चलता है कि भारतीयों को प्रतिदिन ईमेल, टेक्स्ट या सोशल मीडिया के जरिए लगभग 12 फर्जी मैसेज या स्कैम मिलते हैं। एक औसत भारतीय यूजर हफ्ते में 1.8 घंटे इस बात की समीक्षा करने, वैरिफिकेशन करने या यह तय करने में खर्च करता है कि टेक्स्ट, ईमेल, सोशल मीडिया के जरिए भेजा गया मैसेज असली है या नकली।
रिपोर्ट यह भी बताती है कि 82 प्रतिशत भारतीयों ने फर्जी मैसेज पर क्लिक किया है या उनके झांसे में आए हैं। 49 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि घोटाले वाले मैसेज में अब टाइपो या गलतियां नहीं हैं, जिससे उन्हें पहचानना और कठिन हो गया है।
McAfee के अनुसार, स्कैम वाले इन मैसेज के सबसे आम रूपों में से कुछ नकली नौकरी के ऑफर या नोटिफिकेशन (64%) और बैंक अलर्ट (52%) हैं।