12 किलो गांजा-60 ग्राम विदेशी ड्रग्स बरामद…नोएडा में ऐसे फल फूल रहा था नशे का कारोबार
दिल्ली-एनसीआर में अब छात्र ड्रग माफियाओं के शिकंजे में फंसते जा रहे हैं. छात्रों को नशे की तरफ धकेला जा रहा है. यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में ड्रग्स की सप्लाई की जा रही है. ताजा मामला एनसीआर का है, जहां नोएडा पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया है जो एमिटी यूनिवर्सिटी और नोएडा-दिल्ली के शैक्षणिक संस्थानों में छात्र-छात्राओं को ड्रग्स सप्लाई करता था.
इस मामले में पुलिस ने एमिटी यूनिवर्सिटी के छात्र समेत 5 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से कई बड़ी कंपनियों के रेपर मिले हैं जिनके नाम पर ड्रग्स सप्लाई की जाती थी. जानकारी के मुताबिक पुलिस ने इनके कब्जे से 12 किलो 700 ग्राम शिलांग गांजा, 90 ग्राम चरस, 05 ग्राम विदेशी गांजा OG बरामद किया है. नशे की इन चीजों की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 10-15 लाख रुपए है.
90 ग्राम चरस बरामद
इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक मोटरसाइकिल और एक स्कूटी भी बरामद की है. बताया जा रहा है कि ये लोग ऑन डिमांड ड्रग्स की सप्लाई करते थे. जिसकी बुकिंग सोशल मीडिया के जरिए की जाती थी. ये सोग ड्रग्स को FLIPKART, AMAZON, MISHO जैसी कंपनियों के रैपर में पैक कर उसकी सप्लाई करते थे. इसके लिए बाकायदा एक राइडर भी था जिसके जरिए ड्रग्स कस्टमर तक पहुंचाई जाती थी. आरोपियों के फोन से कई छात्रों के चैट मिले हैं.
बताया जा रहा है कि पकड़े गए इस गैंग का सरगना सचिन है जो मध्य प्रदेश के चिंटू नाम से शिलॉग से गांजा मंगाता है. ये गैंग स्नेप चैट, टेलीग्राम, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लैटफार्मों के जरिए छात्रों से जुड़ा रहता है. छात्रों की डिमांड के मुताबिक ये गैंग नशीली पदार्थों की डिलीवरी और सप्लाई कराता है.
12 किलो 700 ग्राम गांजा बरामद
इसी गैंग के एक सदस्य का नाम सागर है जो दिल्ली यूनिवर्सिटी से पास आउट है. सागर ही वो शातिर आरोपी है जो सोशल मीडिया के जरिए अलग-अलग यूनिवर्सिटी के छात्रों से जुड़ा हुआ है. नशे की सप्लाई के लिए इन लोगों ने अपने खुद के राइडर रखे हुए हैं. ये लोग ड्रग्स सप्लाई के लिए पोर्टल एप्प का भी इस्तेमाल करते हैं. वहीं आरोपी चेतन एमिटी यूनिवर्सिटी से होटल मैनेजमेंट कोर्स कर रहा है, जो विदेशी ड्रग्स खरीदकर एमिटी यूनिवर्सिटी और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को बेचता है.
नशे के कारोबार का ये ऑनलाइन धंधा इन दिनों काफी तेजी से फल फूल रहा है. अब कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्र भी इसकी जद में आ रहे हैं. इन छात्रों को आसानी से निशाना बनाया जा रहा है.
आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब एमिटी यूनिवर्सिटी के पास ड्रग सप्लाई के गिरोह का भंडाफोड़ हुआ हो. इससे पहले पिछले साल नवंबर में एमिटी यूनिवर्सिटी में ड्रग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था. उस समय पुलिस ने आरोपियों के पास से 30 लाख रुपए की ड्रग जब्त की थी, साथ ही एमिटी यूनिवर्सिटी के चार छात्रों के साथ ही नौ लोगों को गिरफ्तार किया था.