134 साल में 8वीं बार होगा ऐसा! अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड टेस्ट मैच का चौथा दिन भी रद्द
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच ग्रेटर नोएडा में खेले जा रहे इकलौते टेस्ट मैच का चौथा दिन भी रद्द हो गया है. चौथे दिन के खेल के रद्द होने की वजह भी बारिश और मैदान का गीला होना रहा. इस तरह ये टेस्ट मैच अब उस इतिहास के पन्नों में दर्ज होने के बेहद करीब है, जो बिना कोई गेंद फेंके ही पूरी तरह से रद्द हो चुके हैं. 1890 से अब तक ऐसा 7 बार हो चुका है. अफगानिस्तान-न्यूजीलैंड टेस्ट में चौथे दिन के बाद अगर 5वें दिन का खेल भी रद्द होता है तो टेस्ट क्रिकेट में ऐसा 134 सालों में 8वीं बार होता दिखेगा.
AFG vs NZ टेस्ट में चौथे दिन का खेल भी रद्द
तीसरे दिन की ही तरह चौथे दिन के खेल को भी बिना किसी इंतजार के रद्द कर दिया गया. इस टेस्ट मैच में अभी तक एक भी गेंद नहीं फेंकी गई है. टीमों का हाल ये है कि वो तो अपने होटल के कमरो से बाहर ही नहीं निकल रहे. 5वें दिन को लेकर उम्मीद है लेकिन जिस तरह से मौसम का मिजाज बना है, उसे देख लगता नहीं कि 5वें दिन भी खेल हो सकता है. मतलब, इस टेस्ट मैच के बिना गेंद फेंके ही खत्म होने की संभावना बनी हुई है.
1890 से अब तक 7 बार हुआ ऐसा
1890 से अब तक 7 टेस्ट ऐसे रहे हैं, जो बिना एक भी गेंद फेंके पूरी तरह से धुले हैं. ऐसा पहला मैच अगस्त 1890 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुआ था. फिर जुलाई 1938 में दूसरी बार ऐसा देखने को मिला. ये मुकाबला भी पहले वाले की तरह मैनचेस्टर में ही खेला गया था और ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच ही था. दिसंबर 1970 में जिस टेस्ट मैच में पांचों दिन खेल नहीं हो सका वो भी ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच इंग्लैंड में ही खेला गया था.
फरवरी 1989 में पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेला टेस्ट मैच भी पूरी तरह से धुल गया था. मार्च 1990 में गयाना में खेला वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच का टेस्ट मैच भी बारिश के चलते नहीं हो सका था. दिसंबर 1998 में दो टेस्ट मैच ऐसे रहे जिसमें पांचों दिन बिना एक भी गेंद फेंके ही निकल गए. इनमें एक पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच था. और, दूसरा भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था.
134 सालों में 8वीं बार होगा ऐसा!
अब 26 साल बाद अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट मैच में भी हालात वैसे ही हैं. पहले 4 दिन के खेल के रद्द होने और मौसम के आसार को देखकर लग नहीं रहे कि 5वें दिन भी एक भी गेंद फेंकी जा सकेगी. ऐसे में 134 सालों में 8वीं बार कोई टेस्ट मैच पूरी तरह से धुलता दिखे तो हैरान मत होईएगा.