15 साल में मनी लॉन्ड्रिंग के 183 मामलों का किया खुलासा… जानें कौन है ये पुलिस अफसर
अबू धाबी के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मेजर साद अहमद अल मरज़ूकी को अमीरात का पहला फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) का मेंबर बनाया गया है. FATF एक अंतरराष्ट्रीय बॉडी है जो दुनियाभर में आर्थिक अपराधों पर नजर रखती है. मेजर साद अहमद कोई आम पुलिसकर्मी नहीं हैं, उनके पास 15 साल का अनुभव है.
अपने 15 साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने 183 मनी लांड्रिंग के कई केस का पर्दाफाश किया है. ये सभी केस ड्रग्स और वित्तीय गबन से जुड़े हुए थे. साद अहमद ने मामलों का एक डेटाबेस भी बनाया था, जिससे सजाओं की तादाद में महीने की 3 से 14 तक बढ़ोतरी हुई.
कौन है साद अहमद अल मरज़ूकी?
UAE अधिकारियों ने बताया कि FATF में अल मरज़ूकी की नियुक्ति UAE के मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों को बढ़ावा देती है. अल मरज़ूकी मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ ऑपरेशन चलाने वाले एक अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ हैं और पूर्वी एशिया और उत्तरी अफ्रीका में FATF के लिए भी काम कर सकते हैं.
उन्होंने FATF का मेंबर बनने के बाद कहा कि वे मनी लॉन्ड्रिंग, ड्रग और आतंकवाद से निपटने के लिए रणनीतिक कमियों से जूझ रहे देशों की मदद करेंगे. वे अफ्रीका और मध्य पूर्व के लिए FATF के मिशन में भी हिस्सा लेंगे, ताकि अफ्रीकी देशों में चल रहे मनी लांड्रिंग ऑपरेशन्स पर नजर रख सके.
मिल चुके हैं कई अवार्ड?
उनके कार्यकाल के दौरान उनको कई पुरस्कार और खास मान्यताएं मिली हैं. उन्हें इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ्स ऑफ़ पुलिस (IACP) के 40 अंडर 40 लिस्ट में शामिल किया जा चुका है, यह अवार्ड दुनिया भर में 40 साल से कम उम्र के 40 अधिकारियों को दिया जाता है. अल मरज़ूकी को मिनिस्ट्री ऑफ इंटीरियर एक्सिलेंस का अवार्ड से भी नवाजा गया है.
अल मरज़ूकी पहली बार FATF के लिए काम नहीं करेंगे. उन्होंने FATF और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ पहले भी काम किया है. उन्हें पहले फ्रांस, जाम्बिया, मोरक्को और मॉरीशस में FATF के मामलों में UAE के आंतरिक मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में नियुक्त किया गया था और वे अंतरराष्ट्रीय एग्मोंट ग्रुप और इंटरपोल बैठकों का प्रतिनिधि भी कर चुके हैं.