16 की उम्र में 31 के शख्स से शादी, फिर जिंदगी में आया 6 साल छोटा हमसफर..कुछ ऐसी रही आशा भोसले की मैरिज लाइफ

पिया तू अब तो आ जा, इशारों – इशारों में, दिल चीज क्या है आप मेरी जान लीजिए, बस एक बार मेरा कहा मान लीजिए…इन गानों के बजते ही आज भी कई लोग काम छोड़कर इन्हें सुनने बैठ जाया करते हैं. इन गानों को गाने वाली आशा भोसले एक ऐसा नाम हैं, जिन्हें किसी परिचय की जरूरत नहीं है. लता मंगेशकर की छोटी बहन और दीनानाथ मंगेशकर की बेटी आशा ने फिल्मी और गैर फिल्मी लगभग 16 हजार गाने गाए हैं. भारत ही नहीं दुनियाभर में आशा की फैन फॉलोइंग है. हालांकि आशा की पर्सनल लाइफ उनके करियर जितनी सफल नहीं रही है.
आशा को गलत इंसान से प्यार हो गया था, इसका उनकी जिंदगी पर इतना बुरा असर पड़ा, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी. पिता का साया उठ जाने के बाद सिंगर बनना आशा का सपना ही नहीं बल्कि जरूरत भी थी, लेकिन अपने इस मुश्किल वक्त में उन्होंने ऐसा कदम उठाया, जिससे उनकी पूरी जिंदगी बदल गई. बॉलीवुड शादी डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक वो लता मंगेशकर के सेक्रेटरी गणपतराव भोसले के साथ रिलेशनशिप में आ गई थीं. दोनों के बीच इतना प्यार था कि महज 16 साल की उम्र यानी 1949 में उन्होंने गणपतराव से शादी कर ली थी. उस वक्त गणपतराव की उम्र 31 साल थी.
शादी के 11 साल बाद दोनों हो गए थे अलग
आशा के इस फैसले के खिलाफ पूरा मंगेशकर परिवार था लेकिन इसके बावजूद उन्होंने गणपतराव से शादी कर ली. ऐसे में उनकी बहन लता मंगेशकर इस बात से इतनी नाराज हुईं कि सालों तक बात नहीं की और अपने सभी रिश्ते तोड़ लिए. गणपतराव के परिवार ने भी आशा को कभी स्वीकार नहीं किया था. दोनों के तीन बच्चे हुए. 2 बेटे और एक बेटी. हालांकि शादी के 11 साल बाद यानी 1960 में दोनों अलग हो गए. ऐसा कहा जाता है कि उनके साथ ससुराल में मारपीट भी होती थी. ऐसे में एक दिन उन्हें उनके ससुराल वालों ने बच्चों के साथ घर से ही निकाल दिया. आशा को जब ससुराल वालों ने घर से निकाला, तब वो प्रेग्नेंट थीं, ऐसे में वो अपने दो बच्चों के साथ मायके आ गई थीं. इसके बाद आशा पूरी तरह से टूट गई थीं. ऐसे में उन्होंने अपने करियर पर फोकस करते हुए एक से बढ़कर एक सुपरहिट गाने गाए.
शादी के 14 साल बाद टूट गया साथ
आशा की 1966 में आई फिल्म तीसरी मंजिल के गाने के दौरान आर.डी. बर्मन से मुलाकात हुई. लगातार काम करते हुए दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई और ये दोस्ती कब प्यार में बदल गई पता ही नहीं चला. आर.डी. बर्मन ने एक दिन मौका पाते ही आशा के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया. आशा ने इसके लिए तुरंत हां भी कर दिया था, लेकिन बर्मन की मां ने शादी से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने बर्मन से कहा कि अगर ये शादी होगी तो मेरी लाश पर ही होगी. बर्मन की मां शादी से इसलिए इनकार कर रही थीं, क्योंकि आशा बर्मन से 6 साल बड़ी थीं और वो 3 बच्चों की मां थीं.
ऐसे में बर्मन ने मां की बात मानते हुए उनकी ये बात मान ली. हालांकि जब बर्मन के पिता एस.डी. बर्मन का निधन हुआ, तो मां की मानसिक स्थिति बिगड़ गई. ऐसे में मां की हालत में सुधार के लिए बर्मन ने आशा भोसले से 1980 में शादी कर ली थी. शादी के 14 साल बाद 1994 में बर्मन को दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने दुनिया का अलविदा कह दिया. आशा से बर्मन की भी ये दूसरी शादी थी.
शुरू से ही रहा है संघर्ष
आशा भोसले का जन्म 08 सितम्बर 1933 को महाराष्ट्र के ‘सांगली’ जिले के एक मराठी परिवार में हुआ. उन्होंने बचपन से ही संघर्षों का डटकर सामना किया है. आशा जब 9 साल की थीं, तभी उनके पिता का निधन हो गया था. ऐसे में घर की हालत इतनी खराब हो गई थी कि छोटी उम्र में उन्होंने काम करना शुरू कर दिया था. जब वो इंडस्ट्री में आई थीं, तब उनकी बड़ी बहन लता अपना नाम बना चुकी थीं. ऐसे में उन पर लता मंगेशकर की बहन होने का भी प्रेशर था. हालांकि उन्होंने मेहनत के दम पर इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई.
बेटी ने कर लिया सुसाइड
आशा के बड़े बेटे का नाम हेमंत, दूसरे का नाम आनंद और बेटी का नाम वर्षा था. वर्षा ने स्पोर्ट राइटर हेमंत केंकरे से शादी की थी, लेकिन 1998 में दोनों का तलाक हो गया. इसके बाद वर्षा अपनी मां आशा के साथ रहने लगी. वहीं अक्टूबर 2012 में 56 साल की उम्र में वर्षा ने सुसाइड कर लिया. इसके बाद 2015 में 66 साल की उम्र में उनके बेटे हेमंत की भी कैंसर की वजह से मौत हो गई. आशा भोसले फिलहाल सिंगिंग के साथ-साथ रेस्टोरेंट के बिजनेस को भी आगे बढ़ा रही हैं. दुनियाभर में उनके दर्जनभर से ज्यादा रेस्टोरेंट हैं. पहला दुबई में खुला था- आशाज रेस्टोरेंट. इसके बाद कुवैत, मैनचेस्टर में भी खुल गए हैं.

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