19 आतंकियों को मार डाला… इजराइल ने ऐसे किया गाजा में स्कूल पर हमले का बचाव
इजराइली सेना की ओर से शनिवार को किए गए गाजा के एक स्कूल पर हमले के बाद से इजराइल को दुनियाभर से निंदा और गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक व्हाइट हाउस ने नागरिक हताहतों पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि चल रहे संघर्ष में बहुत ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. दुनिया भर में हो रहे विरोध के बाद इजराइल सेना ने उन 19 आतंकियों के नाम का खुलासा किया है, जिनकी वजह से उसने इस हमले को अंजाम दिया.
इजराइली सेना ने शनिवार को कहा कि उसने गाजा स्कूल परिसर के एक कमांड रूम पर हमला कर हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के 19 आतंकवादियों को मार गिराया है. इस हमले की दुनियाभर में व्यापक निंदा की गई है. गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि इस हमले में करीब 90 नागरिकों की जान गई हैं.
Today, the IDF and ISA struck terrorists operating in a Hamas command and control center, which was embedded inside a mosque in the Al-Tabaeen school compound. Following an intelligence investigation, it can be confirmed at this time that at least 19 Hamas and Islamic Jihad pic.twitter.com/97fw1Q9cHy
— Israel Defense Forces (@IDF) August 10, 2024
“स्कूल का इस्तेमाल कर रहा हमास”
IDF अधिकारियों ने कहा कि स्कूल की एक इमारत को निशाना बनाकर हमला किया गया था. IDF प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगरी ने बताया कि सेना को खुफिया जानकारी थी कि इस्लामिक जिहाद के सेंट्रल कैंप ब्रिगेड के कमांडर अशरफ जुदा स्कूल में मौजूद है, हालांकि यह साफ नहीं है कि वह मारे गए या नहीं.
हगरी ने दावा किया कि हमास स्कूल की इमारतों को अपनी सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल कर रहा है. जिसकी वजह से आम नागरिक सुरक्षा करना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा, “पिछले कुछ हफ्तों से हम हमास और इस्लामिक जिहाद की सैन्य सुविधा पर हम बारीकी से नजर रख रहे हैं.” IDF ने दावा किया कि उन्होंने नागरिक जोखिम को कम करने के लिए कई कदम उठाए, जिसमें हमले से पहले हवाई निगरानी और सटीक लक्ष्यीकरण शामिल है.
हमले का दुनियाभर में विरोध
इजराइल का ये हमला ऐसे वक्त हुआ है, जब मध्य पूर्व का तनाव अपने चर्म पर है. इजराइल के हमले की निंदा खाड़ी देशों के साथ-साथ पश्चिमी देशों ने भी की है. यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने हमले की निंदा करते हुए इसे गलत बताया. फ्रांस ने भी हमले की निंदा की और नागरिकों के मारे जाने पर चिंता जताई है.
युद्धविराम वार्ता में मध्यस्थ मिस्र और कतर ने हवाई हमले की तत्काल जांच की मांग की है. कतर के विदेश मंत्रालय ने इजराइली बलों की ओर से स्कूलों और कैंपों को निशाना बनाए जाने की जांच के लिए स्वतंत्र कमेटी को भेजने और अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है.