20, 30 या 100% नहीं… रतन टाटा ने इस स्टार्टअप से कमाया 23,000% का मुनाफा
दिग्गज कारोबारी रतन टाटा ने डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म अपस्टॉक्स (Upstox) में अपनी 5% हिस्सेदारी बेच दी है. 86 वर्षीय रतन टाटा ने साल 2016 में इस फर्म में 1.33% हिस्सेदारी खरीदी थी. अपने निवेश में से उन्होंने अब केवल 5% हिस्सेदारी बेची है और शेष 95% निवेश अभी भी बनाए रखा है. अपस्टॉक्स ने हाल ही में घोषणा की कि कंपनी में रतन टाटा की 5% हिस्सेदारी का बायबैक प्रोसेस पूरा कर लिया गया है. इस हिस्सेदारी की बिक्री के साथ ही, रतन टाटा को 2016 के निवेश पर 23,000% का जबरदस्त रिटर्न मिला है. यह रिटर्न कंपनी के मौजूदा 3.5 अरब डॉलर के वैल्यूएशन पर आधारित है.
कंपनी के को-फाउंडर का बयान
अपस्टॉक्स की को-फाउंडर कविता सुब्रमण्यन ने इस अवसर पर कहा कि रतन टाटा जैसे सम्मानित और प्रतिष्ठित व्यक्ति का हमारी यात्रा का हिस्सा होना हमारे लिए बहुत गर्व की बात है. हमारा मिशन हमेशा से हमारे सभी निवेशकों को मजबूत रिटर्न देना रहा है, और आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि हम टाटा के निवेश का कुछ हिस्सा वापस करने में सक्षम हुए हैं.
रतन टाटा का निवेश अपस्टॉक्स के लिए एक महत्वपूर्ण समर्थन रहा है और उनके मार्गदर्शन ने कंपनी की ग्रोथ में बड़ी भूमिका निभाई है. इस बायबैक प्रक्रिया के बाद भी टाटा ने कंपनी में अपना अधिकांश निवेश बनाए रखा है, जो अपस्टॉक्स में उनके विश्वास को दर्शाता है.
ऐसी रही Upstox की जर्नी
अपस्टॉक्स एक डिस्काउंट ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म है जिसे साल 2009 में स्थापित किया गया था. पिछले कुछ वर्षों में, यह कंपनी भारत में तेजी से बढ़ते ब्रोकरेज प्लेटफार्मों में से एक बनकर उभरी है. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी ने 1,000 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया था, जो इसके मजबूत वित्तीय प्रदर्शन का संकेत है.
कंपनी के प्रमुख निवेशकों में टाइगर ग्लोबल जैसी बड़ी निवेशक कंपनियाँ भी शामिल हैं. अपस्टॉक्स की बढ़ती लोकप्रियता और उपयोगकर्ताओं की संख्या ने इसे भारत में अग्रणी ब्रोकरेज फर्मों में से एक बना दिया है. रतन टाटा का शुरुआती निवेश और उनके समर्थन ने कंपनी को अपनी जड़ें मजबूत करने में मदद की है.