2024 की चुनावी रैलियों में हेलीकॉप्टर… किस दल ने कितना किया इस्तेमाल?

लोकसभा चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल कोई नई बात नहीं है. छोटे- बड़े सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से लेकर इंडिपेंडेंट कैंडिडेट तक हेलीकॉप्टर का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं. यही वजह है कि ऐसे समय में हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों की जबरदस्त कमाई भी होती है. राजनीतिक दल खूब खर्च करते हैं. इस लोकसभा चुनाव में भी खासतौर से बड़े कैबिनेट मंत्रियों और सांसदों ने हेलीकॉप्टर का जमकर इस्तेमाल किया है.
उदय गैली के मुताबिक इस चुनावी सीजन में ऑपरेटर्स ने करीब 350-400 करोड़ रुपये की कमाई की है. ऐसी डिमांड पहले नहीं देखी गई. यही वजह है कि रेट 35 फीसदी से 40 फीसदी तक बढ़ गई.
किस कंपनी का कितना किराया?
उदय गैली के अनुसार हेलीकॉप्टर प्रति घंटे के आधार पर किराये पर दिए जाते हैं. उनकी कीमत उनके निर्माण और मॉडल के आधार पर अलग-अलग होती है. बीईएल 407 जैसे सिंगल इंजन वाले हेलीकॉप्टर का किराया अब 1.3-1.5 लाख रुपये प्रति घंटा है. इसमें 6-7 लोग बैठ सकते हैं. दूसरी ओर ऑगस्टा AW109 और H145 एयरबस जैसे डबल इंजन वाले हेलीकॉप्टर अब 2.3-3 लाख रुपये प्रति घंटे का किराया लेते हैं. इनमें 7-8 लोग बैठ सकते हैं. 15 सीटों वाला बड़ा अगस्ता वेस्टलैंड 4 लाख रुपये प्रति घंटे से शुरू होने वाली कीमत पर उपलब्ध है. यह अपनी स्थिरता और आराम के कारण वीवीआईपी की पहली पसंद है.
कैप्टन उदय गेली ने टीवी9 को बताया कि चुनाव के दौरान ‘हेलीकॉप्टर ऑपरेटर्स ने नियमित किराये की तुलना में 40-50 फीसदी ज्यादा शुल्क लिया. 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने 20-30 फीसदी ज्यादा शुल्क लिया था. इस साल मांग बहुत अधिक थी. राज्य स्तर की पार्टियों में भी इसकी मांग थी.
बीजेपी, कांग्रेस ने की एडवांस बुकिंग
जानकारी के मुताबिक बीजेपी और कांग्रेस जैसे बड़े दलों ने 6 महीने पहले से बुकिंग करवाई थी. देश में तक़रीबन 170 हेलीकॉप्टर्स हैं. इन्हें नॉन शेड्यूल ऑपरेशन की केटेगरी में रखा जाता है. इस बार चुनाव में करीब 45 हेलीकॉप्टर इस्तेमाल किए गए हैं. आमतौर पर इंडिपेंडेंट कैंडिडेट सिंगल इंजन वाले हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करते हैं. लेकिन कैबिनेट मंत्री चार्टर का इस्तेमाल करते हैं ताकि वो शाम तक दिल्ली लौट सकें.
इस बार हेलीकॉप्टर ऑपरेटर्स ने 90 घंटों का एडवांस पेमेंट राजनीतिक दलो से वसूला है. इसको गारंटीड ऑवर्स कहा जाता है. बीजेपी ने इसका सबसे अच्छा इस्तेमाल किया है. लेकिन ममता बनर्जी की पार्टी इसे ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाई. टीएमसी ने इस बार राज्य में घूमने और प्रचार के लिए करीब 5 हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया, वहीं बीजेपी जैसे दलों ने देश भर के प्रचार के लिए 15 हेलीकॉप्टर का उपयोग किया.

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