21 जुलाई को था पृथ्वी पर सबसे गर्म दिन, सबसे गर्म साल का भी टूट सकता है रिकॉर्ड… एक्सपर्ट ने दी चेतावनी

21 जुलाई को पृथ्वी का सबसे गर्म दिन था, जिसने पिछले साल के गर्मी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. यूरोपीय संघ की कोपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा (C3S) ने इसकी रिपोर्ट जारी की है. रविवार यानी 21 जुलाई को ग्लोबल एवरेज सर्फेस एयर टेम्परेचर 17.09 डिग्री सेल्सियस (62.76 डिग्री फारेनहाइट) तक पहुंच गया है. लगातार इस तरह बढ़ती गर्मी काफी चिंता का विषय बन चुका है.
यूरोप स्थित एक जलवायु ट्रैकिंग एजेंसी के मुताबिक, साल 1940 के बाद से 21 जुलाई को पृथ्वी का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया. पिछले साल 6 जुलाई को साल की सबसे भीषण गर्मी पड़ी थी, जिसे 21 जुलाई के इस तापमान ने तोड़ दिया है, हालांकि दोनों तापमानों में थोड़ा अंतर है, 6 जुलाई को पृथ्वी का तापमान 17.08 डिग्री सेल्सियस (62.74 डिग्री फारेनहाइट) था.
लगातार 13 महीने रहा गर्म महीना
पृथ्वी का इस तरह से गर्म रहना कोई नई बात नहीं है क्योंकि 20 वीं शताब्दी में लगभग 550 महीने पृथ्वी का तापमान ज्यादा रहा है. यह बात हैरान करने वाली और काफी चिंताजनक है. कुछ दिनों पहले अमेरिका भीषण गर्मी में तप रहा था, इस साल अमेरिका के साथ ही विश्व भर में रिकॉर्ड तोड़ने वाली गर्मी पड़ी है. कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल का जून का महीना लगातार 13वां सबसे गर्म महीना रहा है, इस महीने पृथ्वी का तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. यह आंकड़ा पिछले एक साल के तापमान के आधार पर बताया गया है.
2023 का रिकॉर्ड तोड़ सकता है 2024
पिछले साल में जारी की गई एक स्टडी में बताया गया कि साल 2023 और साल 2000 में सबसे गर्म दिन रहा है. C3S के डायरेक्टर ने कहा कि बढ़ते तापमानों को देखते हुए बताया जा सकता है कि आने वाले समय में नए रिकॉर्ड टूटते देखे जाएंगे. दिन पर दिन बढ़ते इस तापमान को देखते हुए कुछ वैज्ञानिकों ने बताया कि साल 2024 में पड़ रही गर्मी साल 2023 के रिकॉर्ड को तोड़ सकती है. इस तरह से तापमान बढ़ने की वजह फॉसिल फ्यूल पॉल्युशन (जीवाश्म ईंधन प्रदूषण) से है, जिस पर एक्सपर्ट्स ने रोक लगाने की सलाह दी है.

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