3 शहर, 56 मैट्रो स्टेशन, सरकार ने बनाया 30 हजार करोड़ का प्लान
भले ही चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र में इलेक्शन डिक्लेयर ना किए हों, लेकिन मुमकिन है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनाव के नतीजों के बाद तारीखें सामने आ जाएं. वैसे केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र के दो शहरों के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे दी है. जी हां, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को 3 शहरों को लगभग 30,000 करोड़ रुपए दिए हैं. जिनमें दो महाराष्ट्र के हैं. वास्तव में बेंगलुरु, ठाणे और पुणे में प्रमुख मेट्रो रेल प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दे दी गई है.
कैबिनेट बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स इन शहरों में शहरी इंफ्रा में इजाफा करेंगे. तीनों प्रोजेक्ट्स के 2029 तक पूरा होने की उम्मीद है. इन मेट्रो प्रोजेक्ट्स के अलावा, आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने बागडगोरा एयरपोर्ट (पश्चिम बंगाल) और बिहटा (बिहार) में दो नए सिविल एन्क्लेव के विकास को मंजूरी दी.
इन दोनों को लगभग 3,000 करोड़ रुपए की संयुक्त लागत से विकसित किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने जानकारी देते हुए कहा कि 2014 से पहले केवल पांच शहरों में मेट्रो रेल थी, लेकिन आज 21 शहरों में मेट्रो सुविधाएं हैं. उन्होंने कहा कि सरकार के हाल ही में कार्यभार संभालने के बाद से 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक की इंफ्रस्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है.
बेंगलुरु में 31 स्टेशनों का प्रोजेक्ट
बेंगलुरु मेट्रो रेल प्रोजेक्ट फेज-3 प्रोजेक्ट के दो कॉरिडोर विकसित करने के कैबिनेट के फैसले से सरकारी खजाने पर 15,611 करोड़ रुपए का बोझ पड़ने वाला है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इससे 31 स्टेशनों के साथ 44.65 किलोमीटर (किमी) तक फैले दो कॉरिडोर विकसित होंगे. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि तीसरे फेज के पूरा होने के बाद बेंगलुरु शहर में 220.20 किलोमीटर का मेट्रो रेल नेटवर्क होगा.
ठाणे में बनाएंगे 22 स्टेशन
ठाणे में नया 29 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर 22 स्टेशनों के साथ शहर के पश्चिमी हिस्से की परिधि के साथ चलेगा. एक दूसरे बयान में कहा गया है कि नेटवर्क एक तरफ उल्हास नदी और दूसरी तरफ संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान [एसजीएनपी] से घिरा हुआ है. इस प्रोजेक्ट की लागत 12,200 करोड़ रुपए होगी. बयान में कहा गया है कि इनोवेटिव फाइनेंसिंग तरीकों जैसे स्टेशन के नामकरण और कॉर्पोरेट के लिए एक्सेस राइट्स, असेट्स के मॉनेटारजेशन, वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग रूट्स को बेचकर फंड जेनरेट किया जाएगा.
पुणे मैट्रो पर खर्च होंगे इतने
कैबिनेट की ओर से महाराष्ट्र के एक और मैट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है. जिसकी कॉस्ट 2,954.53 करोड़ रुपए है. वास्तव में ये प्रोजेक्ट पुणे मेट्रो फेज 1 का एक्सटेंशन है. बयान के अनुसार यह नया एक्सटेंशन 5.46 किमी तक फैला होगा और इसमें तीन अंडरग्राउंड स्टेशन शामिल होंगे, जो मार्केट यार्ड, बिबवेवाड़ी, बालाजी नगर और कटराज जैसे प्रमुख इलाकों को कनेक्ट करेंगे.
बनाएं जाएंगे दो सिविल एंक्लेव
वहीं दूसरी ओर बागडोगरा हवाई अड्डे पर 1,549 करोड़ रुपये की लागत से एक नया सिविल एन्क्लेव विकसित किया जाएगा जबकि बिहटा में 1,413 करोड़ रुपये की लागत से एक नया सिविल एन्क्लेव बनाया जाएगा. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, बागडोगरा एयपोर्ट पर नए सिविल एन्क्लेव के तहत 70,390 वर्ग मीटर क्षेत्र में टर्मिनल भवन बनाया जाएगा. इसकी क्षमता प्रति घंटे 3,000 यात्रियों को संभालने की होगी जबकि इसकी वार्षिक क्षमता एक करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी.
इसके अलावा, बिहार के बिहटा में 1,413 करोड़ रुपए की लागत से नया सिविल एन्क्लेव विकसित किया जाएगा. बिहटा में नया एकीकृत टर्मिनल भवन 66,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला होगा. यह प्रति घंटा 3,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता से लैस होगा जबकि इसकी सालाना क्षमता 50 लाख यात्रियों को संभालने की होगी. हालांकि, जरूरत होने पर बिहटा टर्मिनल की क्षमता को बढ़ाकर एक करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक किया जा सकेगा. फिलहाल देश में 157 परिचालन हवाई अड्डे हैं और यह सबसे तेजी से बढ़ते असैन्य विमानन बाजारों में से एक है.