एक साल में बिके 3.29 लाख मकान, टूटा 10 साल का रिकॉर्ड पर किफायती घरों की बिक्री 16% घटी
रिया, सीमेंट, गिट्टी, ईंट वगैरह के महंगे होने के चलते मकानों की बढ़ी कीमतों के बावजूद साल 2023 में घरों की मांग तेज रही. मजबूत मांग की बदौलत पिछले साल मकानों की बिक्री 10 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई.
नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट (Knight Frank Report) के मुताबिक देश के 8 प्रमुख शहरों में कुल 3,29,097 मकान बिके. ये आंकड़ा साल 2022 में बिके 3,12,666 की तुलना में 5% ज्यादा है.
शिशिर बैजल, MD और चेयरमैन, नाइट फ्रैंक इंडिया अधिक महंगी संपत्तियों की मांग तेजी से बढ़ने से आवास बाजार ने 2023 में अच्छी ग्रोथ हासिल की. देश की मजबूत आर्थिक स्थिति की वजह से खरीदारों का भरोसा लंबी अवधि के निवेश में बढ़ा है.
लग्जरी मकान खूब बिके, लेकिन…
कुल बिक्री में ‘एक करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले’ मकानों की हिस्सेदारी 2023 में बढ़कर 34% पहुंच गई, जबकि 2022 में ये आंकड़ा 27% रहा
वहीं दूसरी ओर, 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले मकानों की बिक्री 16% घट कर 98,000 यूनिट रह गई. कीमतों में उछाल और होम लोन पर बढ़े ब्याज दरों की वजह से कम कीमत वाले मकानों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई.
कुल घरों की बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी घट कर 30% रह गई है. 2022 में ये हिस्सेदारी 37%, जबकि 2018 में 54% रही थी.