31 तोपों की सलामी… पाकिस्तान में कैसे मनाते हैं स्वतंत्रता दिवस, आजादी के जश्न के लिए 14 अगस्त की तारीख क्यों चुनी?

अंग्रेजों के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आखिरकार जब भारत को आजादी मिली तो इसके साथ ही इसे विभाजन का भी दंश झेलना पड़ा और एक नए देश पाकिस्तान का जन्म हुआ. धर्म के आधार पर भारत से अलग किए गए इस देश को भी 15 अगस्त 1947 को ही आजादी मिली थी. हालांकि, पाकिस्तान अपना स्वाधीनता दिवस 14 अगस्त को मनाता है. आइए जान लेते हैं कि पाकिस्तान में स्वाधीनता दिवस कैसे मनाया जाता है और यह भारत से कितना अलग है?
भारत और पाकिस्तान में स्वाधीनता दिवस समारोह में कुछ खास फर्क नहीं दिखता है. बल्कि यह कहा जाए कि पाकिस्तान अपना स्वाधीनता दिवस भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की तर्ज पर मनाता है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी. अगस्त का महीना शुरू होने के साथ ही पाकिस्तान भर में राष्ट्रीय ध्वज, बैनर, पोस्टर और बैज आदि की जगह-जगह बिक्री शुरू हो जाती है. इसके लिए खास स्टाल लगाए जाते हैं. फन फेयर्स और दुकानों में भी ये खूब मिलते हैं. वाहनों, निजी भवनों, घरों और मोहल्लों को राष्ट्रीय ध्वज, मोमबत्तियों, दीयों आदि से सजाया जाता है.
कराची के मजार-ए-कैद में खास रौनक
पाकिस्तान के स्वाधीनता दिवस समारोह की शुरुआत देश भर की मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों पर मुल्क की तरक्की के लिए खास नमाज से होती है. इस दिन पूरे देश में छुट्टी रहती है. यह पाकिस्तान की छह सार्वजनिक छुट्टियों में से एक है. इस दिन पूरे देश में समारोहों का आयोजन किया जाता है. राज्य सरकारें और स्थानीय निकायों से लेकर आम आदमी तक इस समारोह को मनाते हैं.
मजार-ए-कैद को जिन्ना म्यूजोलियम भी कहते हैं. फोटो: DeAgostini/Getty Images
कराची में मजार-ए-कैद यानी जिन्ना म्यूजोलियम को खासतौर पर संवारा जाता है. यहां सभी प्रमुख सड़कों जैसे शाहराह-ए-फैसल, शाहराह-ए-कैदीन और मजार-ए-कैद रोड पर राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाता है. सरकारी, निजी प्रतिष्ठानों से लेकर स्कूल-कॉलेज और जगह-जगह पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है.
फोटो: Sameer Sehgal/Hindustan Times via Getty Images
पार्लियामेंट में 31 और राज्यों में 21 तोपों की सलामी
मुख्य समारोह का आयोजन राजधानी इस्लामाबाद में होता है. वहां पार्लियामेंट हाउस और प्रेसिडेंट हाउस पर पाकिस्तान का झंडा फहराया जाता है. यहां झंडे को 31 तोपों की सलामी दी जाती है, जबकि राज्यों की राजधानियों में होने वाले समारोहों में पाकिस्तानी झंडे को 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
थल सेना, वायुसेना और नौसेना की ओर से परेड का आयोजन किया जाता है. राष्ट्रगान गाया जाता है. इस समारोह में शामिल होने के लिए किसी विदेशी मेहमान को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है, जबकि उनकी मिलिटरी कंटिजेंट्स भी कई बार परेड का हिस्सा बनती हैं.
पाकिस्तान में 14 अगस्त के जश्न के लिए हर नामी इमारत रोशनी से जगमग नजर आती है. फोटो: Muhammad Reza/Anadolu Agency via Getty Images
देश को संबोधित करते हैं राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री
स्वाधीनता दिवस पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री अपने देश की जनता को संबोधित करते हैं, जिसका सीधा प्रसारण किया जाता है. इसके अलावा अलग-अलग स्थानों पर होने वाले समारोहों में सरकारी अधिकारी, राजनेता और अन्य हस्तियां झंडारोहण करती हैं और अपने भाषणों में देश की उपलब्धियों का बखान करती हैं. भविष्य के बारे में देश की योजनाओं के बारे में बताया जाता है और देश के लिए अपनी जान देने वालों की कुर्बानियां याद की जाती हैं.
साल 2017 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने एक नई शुरुआत की. उसने स्वाधीनता दिवस पर यात्रा कर रहे पाकिस्तानियों के लिए घरेलू उड़ान के दौरान विमान में ही कलाकार बुलाकार राष्ट्रीय गीत पेश करना शुरू किया.
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चेंज ऑफ गार्ड का आयोजन
स्वतंत्रता दिवस समारोह के तहत पाकिस्तान में भी सभी सरकारी भवनों खासकर पार्लियामेंट हाउस, सुप्रीम कोर्ट, प्रेसिडेंट हाउस और प्रधानमंत्री सचिवालय को सजाया जाता है. दमकती रंग-बिरंगी लाइटों से इन्हें रोशन किया जाता है. लाहौर में स्थित मीनार-ए-पाकिस्तान, जहां साल 1940 में पाकिस्तान रिजोल्यूशन पास हुआ था, उसे स्वाधीनता दिवस की संध्या पर पूरी तरह से लाइटों से जगमग किया जाता है, जिससे पाकिस्तान के निर्माण में इसकी भूमिका को दर्शाया जा सके.
राष्ट्रीय प्रतीकों पर सशस्त्र बलों की ओर से चेंज ऑफ गार्ड का आयोजन भी किया जाता है. पाकिस्तान से जुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर तैनात अर्धसैनिक बलों के जवान इस दिन दूसरी ओर के जवानों को मिठाइयां खिलाते हैं. पाकिस्तान में स्वाधीनता दिवस समारोहों में हिस्सा लेने वाले आम लोग इस दिन आमतौर पर पाकिस्तान के आधिकारिक रंग हरे और सफेद कपड़ों में नजर आते हैं.

“Happy Independence Day, Pakistan!
Today, we celebrate the land of the pure, the home of the brave. Our ancestors fought for freedom, and their sacrifices paved the way for our nation’s today.”#PakistanZindabad#IndependenceDay2024 pic.twitter.com/fAgqrhbIPp
— Belal Shah (@sbqureshii) August 13, 2024

14 अगस्त को क्यों मनाते हैं स्वाधीनता दिवस
भारत-पाकिस्तान के एक ही दिन आजाद होने के बावजूद दोनों देशों का स्वाधीनता दिवस अलग-अलग दिन मनाए जाने के कई कारण बताए जाते हैं. कुछ जानकार मानते हैं कि पाकिस्तान को एक स्वतंत्र देश के रूप में 14 अगस्त को मंजूरी मिली थी. इसलिए वहां आजादी का पर्व इसी दिन मनाया जाता है. एक बात यह भी कही जाती है कि तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन तब ब्रिटिश गर्वमेंट के प्रतिनिधि थे और एक साथ दिल्ली और कराची में उपस्थित नहीं हो सकते थे. इसीलिए उन्होंने 14 अगस्त को ही पाकिस्तान को सत्ता ट्रांसफर कर दी थी.
फोटो: Muhammed Semih Ugurlu/Anadolu Agency via Getty Images
इसके पीछे एक और अहम कारण माना जाता है दोनों देशों का स्टैंडर्ड टाइम. भारत का स्टैंडर्ड टाइम पाकिस्तान के स्टैंडर्ड टाइम से 30 मिनट आगे है. यानी कि जब भारत में 12 बजते हैं तो पाकिस्तान में 11:30 ही बज रहे होते हैं. ऐसे में यह माना जाता है कि चूंकि अंग्रेजों ने भारत में भारतीय स्वतंत्रता एक्ट पर हस्ताक्षर किए थे और तब रात के 12:00 बजे रहे थे यानी भारत में नया दिन शुरू हो चुका था, लेकिन पाकिस्तान में तब 14 अगस्त रात के 11:30 ही बज रहे थे.
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