35 हजार सैलरी, 7 दिन 12 घंटे काम… 50 लाख की ‘फौज’, यूपी में इस भयंकर भीड़ के पीछे की इनसाइड स्टोरी
अगर कोई आपके सामने ऐसी नौकरी की पेशकश करे, जहां आपको हफ्ते के सातों दिन 12 घंटे काम करना होगा और फिर महीने के अंत में तकरीबन 35,000 रुपये का वेतन मिलेगा, तो क्या आप इसे स्वीकार करेंगे? आप इसका जवाब दें, इससे पहले आपको एक छोटा सा फैक्ट बता दें कि बीते हफ्ते यूपी में 50 लाख युवा पुलिस की ऐसी ही नौकरी के लिए प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए बेताब थे। रेलवे स्टेशनों और बस स्टेशनों पर अनियंत्रित भीड़ देखी गई। हम आपको बताते हैं कि इस नौकरी में क्या-क्या शामिल है?
कायम किया रेकॉर्ड
सबसे पहली बात यूपी पुलिस भर्ती की इस परीक्षा ने एक नया रेकॉर्ड कायम किया था। यूपी पुलिस में कांस्टेबल के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए थे लेकिन 50 लाख से अधिक लोगों ने इस परीक्षा के लिए फॉर्म भरा था। साल 2009 में उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड (यूपी-पीआरपीबी) के गठन के बाद से यह ऑनलाइन पंजीकरण की सबसे बड़ी संख्या थी। इनमें 6 लाख से अधिक लोग यूपी के बाहर से थे, जिनमें तकरीबन 2.67 लाख बिहार और 75,000 हरियाणा, एमपी, राजस्थान और दिल्ली के युवाओं ने भर्ती के लिए आवेदन किया था।
क्या होता है पैकेज
इस भर्ती में आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी को कम से कम 12वीं पास होना जरूरी है। भर्ती की सभी परीक्षाएं पास करने के बाद यूपी पुलिस विभाग में नियुक्ति होती है। पैकेज की बात करें तो सफल अभ्यर्थियों को 34 हजार 770 रुपये मासिक वेतन मिलेगा। इसमें डीए के अलावा 1800 रुपये भोजन भत्ता, 2,400 रुपये घर भत्ता, 500 रुपये बाइक भत्ता और 2,000 रुपये का मोबाइल फोन भत्ता जैसे कुछ भत्ते भी शामिल हैं। मोबाइल फोन भत्ता हाल ही में शामिल किया गया है। भोजन भत्ता भी 500 रुपये बढ़ा दिया गया है।
अगर ड्यूटी के दौरान किसी कांस्टेबल की मृत्यु हो जाती है, तो परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा भी मिलता है। कॉन्स्टेबल अक्सर ऑफिशल ड्यूटीज के दौरान यात्रा करते रहते हैं। इसके लिए उन्हें यात्रा के खर्च की प्रतिपूर्ति (री-इम्बर्समेंट) की जाती है। हालांकि, वे केवल ट्रेन या बस ले सकते हैं। यहां तक कि असाधारण परिस्थितियों को छोड़कर प्राइवेट कैब या टैक्सियों की भी इजाजत नहीं है।