4 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम बदलने का प्रस्ताव, अपना दल का नया राजनीतिक दांव

एनडीए के घटक दल ‘अपना दल’ ने नया राजनीतिक दांव चल दिया है. यूपी के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के नाम दलित और पिछड़े वर्ग से आने वाले महापुरुषों के नाम पर करने का प्रस्ताव रखा है. ये प्रस्ताव राज्य के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल की तरफ से आया है. आशीष पटेल एनडीए की सहयोगी पार्टी अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष हैं.
आशीष पटेल ने सुझाव दिया है कि प्रतापगढ़ के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम पर हो. प्रतापगढ़ में ही अपना दल अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने चुनाव के दौरान एक बड़ा बयान दिया था. अनुप्रिया ने कहा था कि अब राजा कोख से नहीं ईवीएम से पैदा होता है. प्रतापगढ़ में इस बार बीजेपी चुनाव हार गई है.
लगातार तीसरी बार मिर्जापुर से सांसद चुनी गई हैं अनुप्रिया
अनुप्रिया पटेल लगातार तीसरी बार मिर्जापुर से अपनी पार्टी के टिकट पर एमपी बनी हैं. अब मांग की गई है कि मिर्जापुर के इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम सम्राट अशोक के नाम पर हो. इसके साथ ही बस्ती के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम सरदार पटेल के नाम पर रखने की सिफारिश की गई है. अपना दल को कुर्मी पटेल वोटरों की पार्टी माना जाता है.

पटेल बिरादरी के लिए सरदार पटेल सम्मान के सबसे बड़े प्रतीक
इस समाज के लोगों के लिए सरदार पटेल मान सम्मान के सबसे बड़े प्रतीक हैं. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस बार के चुनाव में पटेल वोटरों का एक बड़ा तबका समाजवादी पार्टी की तरफ चला गया. ये एनडीए के लिए ख़तरे की घंटी है. इस बार समाजवादी पार्टी के कुर्मी बिरादरी के छह सांसद चुने गए हैं.
अपने बेस वोट बैंक को एकजुट करने में जुटी है अपना दल
अनुप्रिया ने यूपी सरकार पर सरकारी नौकरी में पिछड़ों के आरक्षण की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. इसके बाद सोनेलाल पटेल की जयंती पर उन्होंने लखनऊ में 69 हजार टीचरों की भर्ती में आरक्षण की गड़बड़ी का आरोप लगाया. ऐसा माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के बाद अपना दल अपने बेस वोट बैंक को एकजुट करने में जुटी है. इस बार पार्टी दो लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी पर सोनभद्र की सीट हार गई.

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