43 लाख पैकेज तो ठीक, लेकिन कंपनी में खाना फ्री मिलेगा या नहीं? नौकरी चाहने वाले शख्स ने रखी अजीब शर्त, बॉस खुश!
जब हम कहीं जॉब की तलाश में होते हैं, तो सबसे पहले मन में क्या ख्याल आता है? यही न कि अच्छी सैलरी मिल जाए. अच्छा माहौल मिल जाए, ताकि कुछ सीख सकें. अच्छा बॉस हो तो बहुत अच्छा. लेकिन एक शख्स ने नौकरी के लिए अजीब शर्त रख दी. उसे 43.5 लाख सालाना पैकेज मिल रहा था, लेकिन कहा-सैलरी तो ठीक है, मगर कंपनी खाना फ्री में देगी या नहीं? यह शर्त इतनी प्यारी थी कि बॉस भी खुश हो गए. उन्होंने तुरंत इसे सोशल मीडिया में शेयर किया. वजह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे.
कम्युनिकेशन कंपनी ग्रेपवाइन (Grapevine) के संस्थापक सौमिल त्रिपाठी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर यह पोस्ट शेयर की. बताया कि इस शख्स ने उनकी कंपनी के सामने क्या-क्या शर्त रखी. स्क्रीनशॉट में आप देख सकते हैं कि उसने मुफ्त भोजन प्रदान करने वाली कंपनियों के बारे में पूछताछ की थी. सौमिल ने बताया कि दरअसल, वह शख्स लगातार जिम जाता था. इसलिए उसे चार टाइम खाना खाना होता था, जिस पर खर्च बहुत ज्यादा आता था. हालांकि, उसका सालाना वेतन 43 लाख रुपये से अधिक था, उसे 4.5 वर्षों का अनुभव भी था. उसे कई अच्छी कंपनी मिल सकती थी. लेकिन उसकी शर्त सिर्फ एक थी कि कंपनी फ्री में खाना देगी या नहीं.
जहां प्रोटीन वाली डाइट चार टाइम मिल सके
उस शख्स ने कहा, मैं ऐसी कंपनियों में नौकरी करने पर विचार कर रहा हूं जहां प्रोटीन वाली डाइट चार टाइम मिल सके. इसीलिए मैं Google में इंटरव्यू देने की तैयारी कर रहा हूं. शख्स ने पूछा, क्या कोई और कंपनी भी है, जो मेरी जरूरत के हिसाब से नौकरी दे सके? त्रिपाठी ने लिखा, मैं शायद ही कभी लोगों को उनकी प्राथमिकताओं और भविष्य की पसंद के बारे में इतनी स्पष्टता के साथ बात करते हुए देखता43-लाख-पैकेज-तो-ठीक-लेकिन-कंप हूं. उसकी अगली नौकरी में क्या-क्या होना चाहिए, ये उसने तय कर रखा है. अच्छा खाना. पूरी चर्चा काफी अच्छी रही. ग्रेपवाइन एक ऐसा मंच जहां कोई भी अपने करियर के बारे में चर्चा कर सकता है.
सौमिल के पोस्ट शेयर करते ही यह वायरल हो गया. अब तक 81 हजार से अधिक बार इसे देखा जा चुका है और ये संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है. कई लोगों ने कमेंट किए. एक ने लिखा, उस व्यक्ति का पैकेज और चिंता मुझे अपने बारे में सोचने पर मजबूर कर रही है. आखिर वह ऐसा कैसे कर सकता है. कुछ लोगों ने पूछा, इतने पैकेज के बावजूद वह अपने खाने का खर्च कैसे नहीं उठा पाता. दूसरे ने लिखा, इस सीटीसी के साथ वह अपना खुद का फिटनेस ब्रांड खोल सकता है. एक अन्य ने टिप्पणी की, 43 लाख कमाने के बाद भी, अगर उसे खाना महंगा लग रहा है, तो यह शख्स निश्चित रूप से खास है.