अब्दुल्ला नगर में 500 घरों को खाली करने पहुंचा था 12 बुलडोजर, 400 पुलिस जवान भी थे मौजूद, फिर कुछ ऐसा हुआ कि सभी लौटे वापस
बिहार के पूर्णिया जिले पूर्व प्रखंड के अब्दुल्ला नगर वार्ड नंबर 42 में आज फिर खाता 120 की जमीन को खाली कराने के लिए बड़ी संख्या में करीब 400 पुलिस बल के साथ सदर एसडीएम और एसडीपीओ के अलावे कई थाने के पुलिस बीडीओ सीओ मौके पर पहुंचे. लेकिन लोगों के भारी विरोध और हंगामा के कारण पुलिस को बैरंग वापस लौटना पड़ा. इस दौरान कई महिलाएं बेहोश हो गई जिन्हें आनन-फानन में अस्पताल भेजा गया. सैकड़ो बच्चे, बूढ़े, महिलाएं हाथों में कागज लेकर प्रशासन के सामने फरियाद लगाते रहे.
लेकिन, पुलिस के नहीं मानने पर वहीं हजारों लोग विरोध में हंगामा पर उतर आए. स्थानीय लोगों का कहना है कि वे लोग इस जमीन पर पिछले 30-40 साल से हैं. कई लोग बड़े-बड़े मकान बना लिए हैं. किसी ने जमीन रजिस्ट्री लिया है तो किसी को पर्चा बना हुआ है. अचानक हाईकोर्ट का आदेश आता है और पुलिस घर तोड़ने के लिए पहुंच गई. वे लोग जान दे देंगे लेकिन जगह नहीं छोड़ेंगे.
वहीं मेयर के पति जितेंद्र यादव ने कहा कि यह 30-40 साल पुराना मोहल्ला है. इसमें करीब 500 लोगों का घर बना हुआ है, जिसमें 200 बासगीत पर्चा भी बना है. कई लोगों को प्रधानमंत्री आवास भी मिला है. हाई कोर्ट को गुमराह करके कुछ लोगों ने डिसीजन ले लिया है. इसके खिलाफ यहां के स्थानीय लोग भी हाईकोर्ट गए हुए हैं. लेकिन, अचानक प्रशासन यहां जमीन को खाली करने के लिए पहुंच गई, जिसके विरोध में लोग उतर गए.
उन्होंने कहा कि लोगों का कहना है कि वे लोग आत्मदाह कर लेंगे जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे. ऐसे में प्रशासन और कोर्ट को भी लोगों की मजबूरी समझनी चाहिए. वहीं पीड़ित पक्ष के वकील श्याम सुंदर पांडे ने कहा कि 6 फरवरी को हाई कोर्ट ने 5.50 एकड़ जमीन चिन्हित करने के बाद खाली करने का आदेश दिया है. पुलिस पहले उसको चिन्हित करें. उसके बाद खाली कराये. वहीं मौके पर पहुंचे सदर एसडीएम राकेश रमन ने कहा कि कोर्ट के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ वे लोग आज तीसरी बार इस जमीन को खाली कराने के लिए पहुंचे हैं. लेकिन, लोगों का काफी विरोध हो रहा है.