51 साल पहले क्या हुआ था, जिसे लेकर इजराइल में है हाई अलर्ट

इजराइल में मनाए जाने वाले सबसे खास त्यौहार योम किप्पुर के अवसर पर दोपहर बाद से ही सड़कें, बाजार सब बंद कर दिए गए. ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि 51 साल बाद फिर इस त्यौहारके दिन देश एक सक्रिय युद्ध में उलझा हुआ है. योम किप्पुर यहूदी धर्म का सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है, 1973 में योम किप्पुर के ही दिन अरब इजराइल युद्ध की शुरुआत हुई थी.
6 अक्टूबर 1973 को मिस्र और सीरिया ने इजराइल पर हमला कर दिया था. इस दिन यहूदियों का पवित्र दिन योम किप्पुर था, इसके साथ ही इस्लाम का पाक महीना रमजान की भी शुरुआत हो चुकी थी. यह जंग 6 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चली था और 51 साल बाद फिर से ऐसे ही हालात हैं, जिसके वजह से एक बार फिर इस युद्ध की याद में इजराइल में शटडाउन लिया गया.
योम किप्पुर शुरू होते ही मिसाइलों की बारिश
इस दिन की शुरुआत से ही पूरे देश की सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर थी. क्योंकि लेबनान और गाजा में इजराइली सेना युद्ध अभियान जारी रखे हुए है और लगातार रॉकेट दागे जाने और ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच लोगों हालात गंभीर बने हुए हैं. साथ ही लोगों को चेतावनी देने के लिए देशभर में खास अलर्ट सिस्टम लगाए गए हैं. छुट्टी के पहले घंटों में इजराइल पर 120 से अधिक रॉकेट दागे गए, जिसमें से ज्यादातर को हवा में नष्ट कर दिया गया और कुछ खुले मैदान में गिरे.
51 साल पहले हुई थी जंग
51 साल योम किप्पुर के दौरान एक बड़ा युद्ध हुआ था, जिसमें मिस्र के सैनिकों ने सिनाई और सीरियाई सैनिक गोलान हाइट्स पर हमले कर दिया था. यह युद्ध यहूदियों के सबसे पवित्र दिन पर हुआ था. इसमें अरब सेना 1967 में तीसरे अरब-इजराइल जंग के दौरान गंवाए क्षेत्र को वापस हासिल करने की उम्मीद कर रही थी. एक बार फिर इस युद्ध में अरब देशों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा और इजराइल ने पहले से ज्यादा क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया.

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