6 हजार करोड़ की लागत, 11 साल की मेहनत… डॉकयार्ड पर खड़े-खड़े जल उठा INS ब्रह्मपुत्र
भारतीय नौसेना के ताकतवर युद्धपोत INS ब्रह्मपुत्र में आग लगने से बड़ा नुकसान हुआ है. हादसा उस समय हुआ जब आईएनएस ब्रह्मपुत्र मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में खड़ा था. अब इस घटना के बाद से कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. भारतीय नौसेना ने बोर्ड ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए है. अब मामले की विस्तृत जांच होगी. घटना के बारे में जानकारी ये है कि 21 जुलाई को मरम्मत के दौरान INS ब्रह्मपुत्र में आग लगी थी. डॉकयार्ड में तैनात फायर फाइटर्स की मदद से वॉरशिप के क्रू मेंबर्स ने 22 जुलाई की सुबह तक आग पर काबू पा लिया.
INS ब्रह्मपुत्र पर लगी आग से देश को और खास तौर पर भारतीय नौसेना को बहुत बड़ा नुकसान हुआ. कहा जा रहा है कि घटना के बाद INS ब्रह्मपुत्र वॉरशिप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. समंदर में एक तरफ झुक गया. आग बुझाने के लिए अधिक पानी का इस्तेमाल करना पड़ा. फिर उसी पानी को पंप की मदद से बाहर निकाला गया. जल्द ही सीधा कर लिया जाएगा.
INS ब्रह्मपुत्र की ताकत क्या है?
भारत में ही बना ‘ब्रह्मपुत्र’ क्लास का पहला गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है.
भारतीय नौसेना में वर्ष 2000 में कमीशंड किया गया था.
मीडियम रेंज, क्लोज रेंज, और एंटी एयरक्राफ्ट गन लगे हैं
सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से लैस है.
आईएनएस ब्रह्मपुत्र में टारपीडो लॉन्चर भी है.
आईएनएस ब्रह्मपुत्र से चेतक हेलिकॉप्टर भी उड़ान भर सकते हैं.
इसकी स्पीड 27 नॉटिकल मील प्रति घंटा यानी 50 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक है.
आईएनएस ब्रह्मपुत्र पर 40 अधिकारी और 330 नौसैनिक मौजूद रहते हैं.
6 हजार करोड़ से अधिक की लागत
भारतीय नौसेना के लिए किसी वॉरशिप का इस तरह से जल जाना कितना बड़ा नुकसान है यह भी जानना जरूरी है. INS ब्रह्मपुत्र की लागत 6 हजार करोड़ से अधिक है. INS ब्रह्मपुत्र के निर्माण में करीब 11 साल का लंबा वक्त लगा. स्वदेशी INS ब्रह्मपुत्र को बनाने में वर्षों की रिसर्च और मेहनत लगी. अगर किसी देश से युद्ध छिड़ जाता तो यही INS ब्रह्मपुत्र इस वक्त फ्रंटलाइन पर एक्टिव भूमिका निभा रहा होता, लेकिन अब यही वॉरशिप आग लगने के बाद मुंबई के समंदर में एक तरफ से झुका हुआ है.
आग बुझाने के लिए समुद्र के पानी का इस्तेमाल
घटना के वायरल वीडियो में INS ब्रह्मपुत्र का डॉकयार्ड की तरफ वाला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त दिखा. वॉरशिप समंदर में एक तरफ झुक गया था. नौसेना ने इस बारे में जानकारी दी. नौसेना ने बताया कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि आग बुझाने की कोशिशों के दौरान समुद्र का पानी इस्तेमाल हुआ था. आग बुझने के बाद INS ब्रह्मपुत्र से पानी बाहर निकालने के लिए कई पंप की मदद ली गई है. जल्द ही इसे दोबारा सीधा कर दिया जाएगा.
1 अप्रैल को मुंबई में किया गया था डॉक
1 अप्रैल 2024 को INS ब्रह्मपुत्र को आखिरी बार यहीं मुंबई में डॉक किया गया था, लेकिन 3 महीने बाद अग्निकांड की वजह से इसी INS ब्रह्मपुत्र की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. देश को INS ब्रह्मपुत्र में आग लगने की पूरी जानकारी नौसेना के उपप्रमुख वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन ने दी. उन्होंने कहा कि नुकसान का आंकलन किया जाएगा. आग लगने की घटना के बाद से एक नाविक लापता है. उस लापता नाविक को रविवार को जहाज से बाहर जाते देखा गया था. उसे ढूंढने के लिए तलाशी अभियान जारी है.
(टीवी9 ब्यूरो रिपोर्ट)