60 साल पहले आई वो फिल्म, जिसमें न कोई हीरोइन थी, न कोई विलेन, एक एक्टर के दम पर बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड

60 साल पहले एक फिल्म आई थी. जिसमें सिर्फ दो गाने थे और इसमें न कोई ग्लैमर, न कोई एक्शन था. बस एक हीरो था. जहां अब मल्टीस्टारर फिल्में बनाई जाती हैं. वहीं साल 1964 में इस फिल्म में सिर्फ एक एक्टर है और उनके अलावा कोई और दिखाई नहीं देता. उनके आसपास सिर्फ खूब सारी आवाजें आती है, जिन्हें फिल्म में सुनकर आपको ऐसा लगेगा कि कोई और है. लेकिन दिखाई नहीं देगा.
ये फिल्म ‘यादें’ है और इसमें एक्टर सुनील दत्त थे. इस फिल्म में उनकी कमाल की एक्टिंग ने जान फूंक दी थी. उनके एक्सप्रेशन और डायलॉग पर ही पूरी फिल्म आगे बढ़ती है. फिल्म की स्टोरी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर पर है, जिस वजह से घर में हमेशा चिक-चिक चलती रहती है. एक दिन वो आकर देखते हैं कि घर पर कोई नहीं है. इसके बाद सुनील फिल्म में अपनी फैमिली के साथ बिताए अच्छे पलों को याद करते हैं. वो कभी रोते हैं. कभी हंसते हैं. कभी खुद ही गुस्सा करते हैं. लेकिन घर में सन्नाटा होता है. उनकी एक्टिंग इतनी कमाल की थी कि इस फिल्म को नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा गया था.
सुनील दत्त ऐसी फिल्म बनाने वाले पहले शख्स थे. खास बात तो ये है कि इस फिल्म का निर्देशन भी उन्होंने ही किया था. एक सेट पर लगभग दो घंटे तक खुद से और इमेजनरी लोगों से बात करते हैं. फिल्म के आखिर में उनकी पत्नी की शैडो को दिखाया जाता है. इससे पहले पूरी फिल्म में उनकी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरें ही दिखाई जाती हैं. सुनील की पत्नी फिल्म में नरगिस दत्त थीं. इसके अलावा फिल्म में भले ही पूरे टाइम सिर्फ सुनील दत्त हों, लेकिन इस फिल्म में गाने फीमेल वॉइस में थे. ‘यादें’ में सिर्फ 2 ही ‘राधा तू है दीवानी’ और ‘देखा है सपना कोई’ गाने थे. इन्हें लता मंगेशकर ने गाया था.
उनकी इस फिल्म को लोगों ने खूब सराहा था. यहां तक कि इस अनोखी फिल्म का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया. ये अपने तरह की पहली फिल्म थी. इसे फीचर फिल्म, जिसमें सबसे कम एक्टर थे, वाली कैटेगरी में शामिल किया गया. उनकी इस फिल्म को हिंदी में दूसरी बेस्ट फीचर फिल्म के नेशनल अवॉर्ड से भी नवाजा गया था. इसके साथ ही इसे 2 कैटेगरी में फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिले. इसमें बेस्ट सिनेमेटोग्राफर और बेस्ट साउंड कैटेगरी थीं.
सुनील दत्त की बात करें तो, वो ऐसे एक्टर थे, जिनकी फिल्में कमाल की होती थीं. उन्होंने अपने दम पर इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया. उन्होंने साल 1955 में फिल्म ‘रेलवे प्लेटफॉर्म’ से डेब्यू किया था. उन्होंने कई अवॉर्ड अपने नाम किए. उन्होंने अपनी ‘मदर इंडिया’ को-एक्ट्रेस नरगिस दत्त से शादी की थी. संजय दत्त उन्हीं के बेटे हैं. उन्होंने ‘पड़ोसन’, ‘नागिन’, ‘वक्त’, ‘हमराज’ जैसी कई फिल्मों में काम किया है.

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