अवैध रूप से ब्रिटेन जाने वाले भारतीयों की संख्या में 60 फीसदी का इजाफा
ब्रिटेन में अवैध रूप से प्रवेश करने के मामले में भारतीयों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। पिछले साल इंग्लिश चैनल पार करके 2022 के मुकाबले 60 फीसदी अधिक भारतीय ब्रिटेन में अवैध तरीके से घुसे हैं।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में 1,192 भारतीय छोटी नावों पर अवैध रूप से ब्रिटेन पहुंचे थे, जबकि 2022 में इनकी संख्या 748 ही थी। 18 से 40 वर्ष की आयु के लोग ज्यादा ऐसा कहा जाता है कि तस्कर ब्रिटेन में शरण का दावा करके लोगों को अवैध रूप से छोटी और अक्सर असुरक्षित नावों पर ले जाते हैं और हजारों पाउंड चार्ज करते हैं। इस तरह की यात्राओं के परिणामस्वरूप पिछले कुछ वर्षों में कई मौतें हुई हैं लेकिन इन यात्राओं को करने वाले प्रवासियों की संख्या में कई गुना वृद्धि जारी है। भारत से 2023 में 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच के अधिकांश पुरुषों ने ब्रिटेन में अवैध रूप से एंट्री ली है।
अफगानिस्तान, ईरान, तुर्की टॉप पर रिपोर्ट के मुताबिक
ब्रिटेन में बड़े पैमाने अफगानिस्तान, ईरान, तुर्की, इरिट्रिया, इराक, सीरिया, सूडान और वियतनाम के नागरिकों ने छोटी नावों के जरिए ब्रिटेन में घुसपैठ की है। 2023 में पाकिस्तान से बहुत कम आगमन हुआ है और उनकी संख्या केवल 103 थी। 2023 में 602 नावों पर कुल 29,438 अवैध प्रवासी इस तरह ब्रिटेन आए थे, जोकि 2022 के मुकाबले 1110 नावों में 45,774 आंकड़े के साथ 36 फीसदी कम हैं। भारत को छोड़ शीर्ष 8 देशों से कितनी घुसपैठ अफगानिस्तान-5545 ईरान-3562 तुर्की-3040 इरिट्रिया-2662 इराक-2545 सीरिया-2280 सूडान-1612 वियतनाम-1323