8 महीनों की जंग के बाद भी हमास दबदबा कायम, इजराइल का मिशन हुआ नाकाम!
गाजा इंवेजन से पहले ही नेतन्याहू ने ऐलान किया था कि ये जंग हमास के खात्मे के लिए है. नेतन्याहू ने कहा था कि इस जंग के बाद गाजा की ओर से इजराइल के लिए कोई खतरा नहीं बचेगा. अब जंग को करीब 8 महीने हो चुके हैं, लेकिन द गार्जियन की रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि अभी भी हमास का उत्तरी गाजा पट्टी के कई क्षेत्रों पर नियंत्रण कायम है.
द गार्जियन की रिपोर्ट में शहरों में सैन्य अभियानों और नागरिक मामलों पर फिलिस्तीनी गुट के नियंत्रण पर गहन चर्चा की गई है. ब्रिटिश न्यूज पेपर ने कहा है कि हमास ने उत्तरी गाजा पट्टी में नागरिक मामलों पर नियंत्रण बनाए रखा है. इजराइल सेना के लगातार अधिकारियों और बलों को निशाना बनाए जाने के बावजूद हमास गाजा में कंट्रोल रखे हुए है.
अपने मकसद में नहीं हुआ कामयाब
द गार्जियन ने जानकारों का हवाला देते हुए कहा है कि इजराइल जिस मकसद से गाजा में घुसा था, उसको पाने में नाकाम रहा है. करीब 36 हजारों मौते के बावजूद इजराइल सेना गाजा से हमास को नहीं खदेड़ पाई है. वहीं हमास इस वक्त दो मोर्चों पर लड़ रहा है. पहले वे इजराइल सेना से मुकाबला कर रहा है, दूसरा फिलिस्तीनी लोगों के प्रति अपने कर्तव्यों को बनाए रखना और पूरा करने की कोशिश कर रहा है. क्योंकि पश्चिमी देश चाहते हैं कि सीजफायर के बाद वेस्टबैंक में शासन चलाने वाली PA (Palestinian Authority) ही गाजा की सरकार चलाए.
हमास से नहीं नागरिकों से लड़ रहा इजराइल
गाजा में अल-अजहर यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल साइंस प्रोफेसर मखैमर अबुसादा ने द गार्जियन को बताया, “यह साफ तौर से माना जा रहा है कि इजराइल हमास के साथ नहीं, बल्कि फिलिस्तीनी लोगों के साथ युद्ध कर रहा है.” अबुसादा के मानते हैं कि ये हमास के लिए फायदा करेगा, इजराइल के इस कदम से हमास में आम नागरिकों की और ज्यादा भर्ती होगी और जनता के बीच उसका समर्थन मजबूत होगा.