98 साल पुराने ग्रुप की कंपनी का आ रहा है आईपीओ, करेगी 6,560 करोड़ की कमाई
करीब 98 साल पुराने बजाज ग्रुप की कंपनी बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ 9 सितंबर को आएगा. कंपनी कुल 6,560 करोड़ रुपये मूल्य का आईपीओ ला रही है. हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के आरएचपी के अनुसार आईपीओ 11 सितंबर को बंद होगा. एंकर यानी बड़े निवेशक इश्यू खुलने के एक दिन पहले छह सितंबर को बोली लगा सकेंगे.. प्रस्तावित आईपीओ में 3,560 करोड़ रुपए तक के फ्रेश इक्विटी शेयर और मूल कंपनी बजाज फाइनेंस का 3,000 करोड़ रुपए मूल्य के इक्विटी शेयरों का ओएफएस शामिल है.
आरबीआई ने बनाया है ये नियम
शेयर बिक्री भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों का पालन करने के लिए की जा रही है. इसके तहत ऊपरी स्तर की नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (एनबीएफसी) को सितंबर 2025 तक शेयर बाजारों में लिस्टिड होना जरूरी है. नये इश्यू से प्राप्त आय का उपयोग कंपनी का पूंजी आधार बढ़ाने के साथ भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा. बजाज हाउसिंग फाइनेंस सितंबर 2015 से नेशनल हाउसिंग बैंक के साथ पंजीकृत आवास वित्त कंपनी है. यह डिपॉजिट नहीं लेती है और आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों की खरीद और नवीनीकरण के लिए कर्ज प्रदान करती है. इसे भारत में आरबीआई ने ऊपरी स्तर के एनबीएफसी के रूप में चिन्हित और वर्गीकृत किया है.
पिछले साल कितना हुआ था प्रॉफिट
कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1,731 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया. यह वित्त वर्ष 2022-23 में 1,258 करोड़ रुपये के मुकाबले 38 प्रतिशत अधिक है. आधार हाउसिंग फाइनेंस और इंडिया शेल्टर फाइनेंस दो आवास वित्त कंपनियां हैं जो हाल के महीनों में शेयर बाजारों सूचीबद्ध हुई हैं. बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने जून में 7,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए सेबी के पास विवरण पुस्तिका जमा की थी. बाजार नियामक ने इस महीने की शुरुआत में कंपनी के पहले सार्वजनिक निर्गम को मंजूरी दी.