Paris Olympics 2024: वेटलिफ्टिंग में भी भारत को निराशा, मीराबाई चानू चौथे नंबर पर रहकर मेडल से चूकीं

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को एक और निराशा हाथ लगी है. टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए पहला मेडल जीतने वाली स्टार वेटलिफ्टर मीराबाई चानू इस बार चूक गईं. बुधवार 7 अगस्त की रात हुए 49 किलोग्राम के मुकाबले में मीराबाई चानू कुल मिलाकर 199 किलो वजन उठा सकीं और चौथे नंबर पर रहकर मेडल की रेस से बाहर हो गईं. कुल मिलाकर मीराबाई चानू चौथे नंबर पर रहीं. वो एक किलो के अंतर से तीसरा स्थान हासिल करने से रह गईं. तीसरे स्थान पर थाईलैंड की लिफ्टर रहीं, जिन्होंने कुल 200 किलो वजन उठाया. वहीं चीन की जीहुई हाउ (206 किलो) ने एक बार फिर गोल्ड मेडल जीत लिया. उन्होंने कुल 206 किलो वजन उठाया और अपने खिताब का बचाव किया. वहीं रोमानिया की मिहेला वैलेंटिना (205 किलो) को सिल्वर मेडल मिला.
स्नैच राउंड में दमदार शुरुआत
मीराबाई चानू के लिए इवेंट की शुरुआत अच्छी रही थी और स्नैच राउंड के अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने 85 किलोग्राम उठाया था. दूसरे प्रयास में उन्होंने वजन बढ़ाकर 88 किलो किया लेकिन इस बार उनके हाथ नाकामी लगी और वो इसे संभाल नहीं पाईं. तीसरे प्रयास में भी उन्होंने यही वजन रखा और इस बार सफलतापूर्वक इसे उठा लिया. इस तरह स्नैच में उनका बेस्ट 88 किलोग्राम था और वो तीसरे स्थान पर थीं. ये उनका टोक्यो ओलंपिक से भी बेहतर वजन था, जहां उन्होंने 87 किलो उठाया था. इस राउंड में उनसे आगे रोमानिया (93 किलो) पहले और चीन (89 किलो) की वेटलिफ्टर दूसरे स्थान पर थीं. वहीं थाईलैंड की वेटलिफ्टर सुरोडचना खाम्बाओ भी 88 किलो के साथ चौथे स्थान पर थीं.

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क्लीन एंड जर्क में पिछड़ीं मीराबाई
इसके बाद क्लीन एंड जर्क राउंड की बारी थी और यहां चानू से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी क्योंकि ये उनका मजबूत पक्ष माना जाता है. हालांकि इसके पहले ही प्रयास में वो नाकाम हो गईं. थाईलैंड की लिफ्टर को 110 किलोग्राम सफलतापूर्वक उठाते देखने के बाद मीराबाई ने पहला प्रयास ही 111 किलो के साथ किया लेकिन नाकाम हो गईं. उन्होंने दूसरे प्रयास में इसमें सफलता हासिल की और अपने कुल वजन को 199 किलो कर लिया. वहीं थाईलैंड की एथलीट ने दूसरे प्रयास में 112 किलो उठाकर मीराबाई को पीछे छोड़ दिया. ऐसे में चानू ने आखिरी प्रयास में 114 किलो वजन उठाने की कोशिश की लेकिन इस बार नाकाम हो गईं. थाईलैंड वाली खिलाड़ी भी इसी वजन को उठाने में चूक गईं लेकिन कुल 200 किलो के साथ वो मीराबाई से आगे रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीत गईं.
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टोक्यो ओलंपिक में जीता था मेडल
29 साल की मीराबाई चानू अपने तीसरे ओलंपिक में हिस्सा ले रही थीं. इससे पहले उन्होंने 2016 के रियो ओलंपिक में डेब्यू किया था, जहां उन्हें सफलता नहीं मिली थी. फिर टोक्यो ओलंपिक 2020 में मीरा ने 202 किलोग्राम वजन उठाते हुए सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारत का पहला मेडल जीता था. साथ ही ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारत की सिर्फ दूसरी महिला एथलीट बनीं थीं. टोक्यो में उन्होंने स्नैच में 87 किलो और क्लीन एंड जर्क में 115 किलो वजन उठाया था. इसके अलावा मीराबाई ने 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड और वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2022 में सिल्वर मेडल जीता था.

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