तुर्की में मिले सोने के खजाने का ईरान से कनेक्शन… सिक्के पर धनुर्धर की छवि ने खोल दिए ये राज
तुर्की के प्राचीन शहर नोशन में मिले खजाने ने चौंका दिया है. यह खजाना तीसरी शताब्दी के ईसा पूर्व के एक घर में खुदाई करते समय मिला है. इसकी खोज मिशिगन यूनिवर्सिटी के आर्कियोलॉजिस्ट की टीम ने की है. चर्चा हो रही है खजाने में मिले उस सिक्के की, जिस पर एक धनुर्धर की छवि है. मिशिगन विश्वविद्यालय के पुरातत्वविद और नोशन पुरातत्व सर्वे के डायरेक्टर क्रिस्टोफर रैटे के मुताबिक, ये सिक्के पुरानी इमारत के नीचे एक कोने में दबे थे.
उनका कहना है, टीम सोने के सिक्कों की तलाश में नहीं थी, लेकिन इनके सामने आते ही सब चौंक गए. रिसर्च में खजाने के बारे में कई दिलचस्प बातें बताई गई हैं. जानिए खजाने से जुड़ी 5 बड़ी बातें.
खजाने से जुड़ी 5 दिलचस्प बातें
घुटना टेके हुए धनुर्धर की छवि: खजाने की खोज करने वाली टीम का कहना है कि सिक्कों पर घुटना टेके हुए धनुर्धर की छवि बनी हुई है, जिससे कई बातें पता चली हैं.
फारसी साम्राज्य से कनेक्शन: इस खजाने के सिक्कों पर दिखने वाली धनुर्धर की छवि फारस के साम्राज्य (वर्तमान में ईरान) में इस्तेमाल होने वाले सोने के सिक्के जैसी है. जिसे डेरिक कहा जाता है.
क्या है डेरिक: डेरिक फारसी करंसी है. शोधकर्ताओं का कहना है, फारसी साम्रााज्य में इनका इस्तेमाल सैनिकों को वेतन देने में किया जाता था. सैनिक के एक महीने का वेतन 1 डेरिक होता था.
कहां बनाए गए थे सिक्के: रिसर्च से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है, हो सकता है कि ये सिक्के नोशन से करीब 100 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में सार्डिस में ढाले गए हो. वहां से यह यहां पहुंचे हों.
क्या है नोशन का फारस से कनेक्शन:नोशन ग्रीन और फारसी सेनाओं के गढ़ के बीच पड़ता है. यह जगह कई जंग का गवाह रही है. इस शहर पर 430 और 427 ईसा पूर्व के बीच सैनिकों ने खून बहाया था.
सिक्के खोलेंगे ये राज
नोशन में खुदाई करने वाले शोधकर्ताओं का दावा है कि आगे यहां खोज जारी रहेगी. खजाने में मिले सिक्कों का विश्लेषण तुर्की स्थित इफिसस पुरातत्व संग्रहालय के शोधकर्ता कर रहे हैं. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के पुरातत्वविद् एंड्रयू मीडोज का कहना है कि इन सिक्कों की मौजूदगी बहुत अहमियत रखती है. इन सिक्कों के जरिए कई राज खुलेंगे. यह पता चल पाएगा कि सिक्कों का इस्तेमाल किस-किस चीज के लिए किया जाता था और उसके कालक्रम को भी समझा जा सकेगा.
खजाने की कौन सी चीज कहां मिली, इसे शोधकर्ताओं ने इस तस्वीर से समझाया है. फोटो: Notion Archaeological Project
शोधकर्ताओं का कहना है कि खजाने को इस इरादे के साथ जमीन में दबाकर रखा जाता है कि वापस जरूरत महसूस होने पर इसे निकाला जा सके. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि यह किस लिए यहां पर दबाकर रखा गया था. यह माना जा सकता है कि जंग के हालात या दूरी विपरीत स्थिति में शायद किसी ने सिक्कों को सुरक्षित रखने के लिए जमीन में गाड़ दिया होगा.
शोधकर्ताओं का कहना है कि 427 ईसा पूर्व में एक एथेनियन जनरल ने अपने शहर पर कब्जा करने के लिए अभियान चलाया था. संभवत: इसी दौरान सिक्कों से भरा बर्तन यहां छुपाया गया होगा.
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