भारत-चीन से कैसे होंगे युनुस सरकार के रिश्ते? जानिए क्या बोली अंतरिम सरकार

बांग्लादेश में तख्तापलट और हिंसा के बीच अब नई अंतरिम सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है. सरकार ने कहा कि वह एक संतुलित विदेश नीति बनाए रखेगी. इसके साथ ही सरकार ने जोर देकर कहा कि ढाका भारत और चीन सहित सभी के साथ सुचारू और सकारात्मक संबंध बनाए रखने का इरादा रखता है.
अंतरिम सरकार के विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन ने विदेश मंत्रालय में पहली बार मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी नीति अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हुए सभी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की है. हुसैन का पद एक मंत्री के बराबर है. उन्होंने कहा कि ये मान लेना निरर्थक है कि यह अंतरिम सरकार केवल किसी विशेष दिशा पर ही केंद्रित है.
सकारात्मक संबंध बनाए रखने का इरादा
हुसैन ने आगे कहा कि हम भारत और चीन सहित सभी के साथ सुचारु और सकारात्मक संबंध बनाए रखने का इरादा रखते हैं. भारत के प्रति अंतरिम सरकार के दृष्टिकोण के बारे में पूछे जाने पर हुसैन ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक मजबूत और गहरा रिश्ता है. ये महत्वपूर्ण है कि लोग महसूस करें कि भारत बांग्लादेश का अच्छा मित्र है. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं ढाका-दिल्ली के संबंधों को उस दिशा में आगे बढ़ाना चाहते हैं. हुसैन 2001 से 2005 तक कोलकाता में बांग्लादेश के उप उच्चायुक्त रह चुके हैं. इसके बाद 2006 से 2009 तक बांग्लादेश के विदेश सचिव के रूप में भी काम किया है.
अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधियों से करेंगे मुलाकात
गुरुवार को अंतरिम सरकार ने शपथ लेने के बाद विदेश मंत्रालय ने पहली बार मीडिया से बात करते हुए कहा कि अंतरिम प्रशासन निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है. आगे उन्होंने कहा कि मुहम्मद यूनुस के मुख्य सलाहकार जल्द ही अल्पसंख्यक समुदायों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे. इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि एक सप्ताह के भीतर कानून और व्यवस्था की स्थिति में काफी सुधार होगा. शेख हसीना को वापस लाने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि ये मामला कानून मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है, लेकिन फिर भी उनका कार्यालय तभी जवाब देगा जब मंत्रालय ऐसा कोई अनुरोध करेगा.

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