टेढ़े-मेढ़े पानी भरे रास्तों से बाइक निकालना कितना सही? यहां जानें
बारिश के मौसम में टेढ़े-मेढ़े पानी भरे रास्तों पर बाइक चलाना काफी मुश्किल का काम होता है, लेकिन फिर भी बहुत से लोगों की मजबूरी होती है कि उन्हें इन रास्तों पर जाना पड़ता है. वैसे अगर कहा जाए तो बारिश के मौसम में बाइक को चलाना नहीं चाहिए. कई बार बारिश में टेढ़े-मेढ़े पानी भरे रास्तों पर बाइक चलाने से हादसा हो जाता है, जिसमें गंभीर चोट लग सकती है.
इसके अलावा कई बार ये गंभीर चोट आपकी जान भी ले सकती है. फिर भी अगर आपको बाइक चलानी पड़ती है तो आपको यहां बताएं गए कुछ नियमों का पालन करना चाहिए.साथ ही बारिश के मौसम में बाइक चलाने के लिए आपको रफ्तार धीमी रखनी चाहिए.
फिसलन और नियंत्रण की कमी
पानी भरे रास्ते पर फिसलन बढ़ जाती है, जिससे बाइक का नियंत्रण खोने का खतरा रहता है. पानी में बाइक चलाने से इंजन में पानी घुस सकता है, जिससे इंजन बंद हो सकता है या अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. बारिश में बाइक चलाते हैं तो उसके पहियों में ग्रिप होनी चाहिए. अगर पहिए में ग्रिप होती तो आपकी बाइक फिसलन भरे रास्तों पर आसानी से चल सकेंगे और आपको कोई गंभीर चोट नहीं आएगी.
ब्रेक की कार्यक्षमता पर असर
पानी में चलने से ब्रेक का असर कम हो सकता है, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है. पानी भरे रास्तों में गड्ढे और अन्य बाधाएं छिपी हो सकती हैं, जिनसे बाइक फंस सकती है या संतुलन बिगड़ सकता है.
विभिन्न कलपुर्जों को नुकसान
पानी से बाइक की चेन, ब्रेक, और अन्य कलपुर्जों को नुकसान हो सकता है, जिससे बाइक की दीर्घकालिक सुरक्षा और कार्यक्षमता प्रभावित होती है. इसलिए, यदि संभव हो, तो ऐसे रास्तों से बचने की कोशिश करें. अगर यह अपरिहार्य हो, तो बाइक की गति धीमी रखें और अत्यधिक सावधानी बरतें.