टेलीकॉम इंडस्ट्री के ‘बाहुबली’ का सामने आया प्लान, 5जी बनेगा BSNL की शान!
टेलीकॉम इंडस्ट्री की बाहुबली माने जाने वाली टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल का पूरा प्लान सामने आ गया है. जल्द ही कंपनी 4जी सर्विस शुरू होने करने वाली है. उसके 6 से 8 महीनों के भीतर 5जी सर्विस भी शुरू हो जाएगी. सूत्रों के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार बीएसएनएल ने देश में टेलीकॉम इंडस्ट्री में 25 फीसदी की हिस्सेदारी हासिल करने का प्लान बनाया है. कंपनी का मानना है कि ये टारगेट साल 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा.
मतलब साफ है कि अगले डेढ़ बरस में देश की बड़ी प्राइवेट कंपनियों के लिए काफी मुश्किल भरे रहने वाले हैं. उसका कारण ये है कि प्राइवेट कंपनियों के मुकाबले सरकारी कंपनी के टैरिफ रेट काफी कम होने की उम्मीद है. खासकर 5जी के टैरिफ प्राइवेट कंपनियों के मुकाबले काफी कम हो सकते हैं. ऐसे में बीएसएनएल जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को कड़ी टक्कर दे सकता है.
वैसे ही टेलीकॉम कंपनियों की ओर से जब से टैरिफ में इजाफा किया गया है. तब से प्राइवेट कंपनियों से खिसककर बीएसएनएल में शिफ्ट हुए हैं. ये सिलसिला आने वाले समय में भी जारी रह सकता है. सरकार देश की सरकारी टेलीकॉम कंपनियों को रिवाइव करने में जुटी हुई है. इसलिए बीएसएनएल को 4जी और 5जी पर लाने की तैयारी में जुट गई है.
क्या बनाया है टारगेट?
मीडिया रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट किया गया है कि मार्च 2025 तक बीएसएनएल की ओर से पूरे देश में 4जी सर्विस का विस्तार कर दिया जाएगा. इसे एक तरह से डेडलाइन के तौर पर देखा जा रहा है. इसका मतलब है कि देश के करोड़ों कस्टमर्स 2जी और 3जी से आगे बढ़कर 4जी पर आ जाएंगे. वो भी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों के मुकाबले सस्ती दरों पर. उसके बाद कंपनी का प्लान है कि उसके 6 से 8 महीनों के अंदर यानी अक्टूबर या नवंबर 2025 तक देश में 5जी सर्विस शुरू का दी जाए. कंपनी का प्लान है कि मौजूदा 4जी साइट्स को मामूली कार्ड में बदलकर और सॉफ्टवेयर अपग्रेड करके 5जी में अपग्रेड किया जाएगा. जियो, एयरटेल और वोडाफोन की ओर से 5जी सर्विस शुरू कर दी गई है.
बीएसएनएल ने बनाया पूरा प्लान?
मीडिया रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से कहा है कि बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क को ऑपरेट करने वाली टेक्नोलॉजी ही 5जी नेटवर्क को भी पावर देगी. ये एक तरह का क्लाउड-बेस्ड आर्किटेक्चर होगा, जो किसी भी हार्डवेयर के साथ यह काम करेगा. खास बात तो ये है कि कोर को संभालने वाले सर्वर भी एक जैसे होंगे. देश के टेलीकॉम मिनिस्टर ने हाल ही में हरियाणा में लाइव 4जी नेटवर्क पर उसी कोर के साथ एक 5जी कॉल की थी, जो सी-डॉट के दिल्ली कैंपस में सिस्टम से कनेक्ट थी.
वहीं दूसरी ओर देश की सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने पंजाब, हिमाचल प्रदेश, वेस्टर्न यूपी और हरियाणा जैसे सर्किल में 15,000 4जी टावर लगा दिए हैं. अक्टूबर में इस टावर की संख्या 80,000 करने का प्लान है. मार्च 2025 तक और 21 हजार टावर लगा दिए जाएंगे. यानी सरकार मार्च 2025 तक देश में एक लाख से ज्यादा 4जी टावर लगाने का प्लान बना रही है. वहीं दूसरी ओर बीएसएनएल ने 4जी नेटवर्क स्थापित करने के लिए टीसीएस, तेजस नेटवर्क्स और आईटीआई को 19,000 करोड़ रुपए टेंडर दिया है. इस नेटवर्क को 5जी में भी अपग्रेड किया जाएगा. 10 अगस्त को खबर आई थी सरकारी टेलीकॉम कंपनी 4जी और 5जी संगत ओवर-द-एयर और यूनिवर्सल सिम प्लेटफॉर्म लॉन्च करेगा.
क्या एयरटेल-जियो की नींद उड़ाएगा बीएसएनएल?
मीडिया रिपोर्ट में अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि बीएसएनएल ने साल 2025 तक अंत तक देश के टेलीकॉम इंडस्ट्री में 25 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करने का टारगेट बनाया है. ये टारगेट एयरटेल और जियो की नींद उड़ाने के लिए काफी है. सरकारी टेलीकॉम कंपनी के सीएमडी मौजूदा समय में कस्टमर्स को बनाए रखने और क्वालिटी बढ़ाने के लिए 4जी और 5जी को जल्द से जल्द रोलआउट को प्रायोरिटी दे रहे हैं. मौजूदा समय में बीएसएनएल का मार्केट 7.4 फीसदी है. जबकि मौजूदा समय में मोबाइल कस्टमर्स की संख्या 8.63 करोड़ है.
करीब 40 दिन दिन पहले प्राइवेट टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स की ओर टैरिफ में इजाफा किया गया था. ये इजाफा करीब 15 फीसदी तक का था. इस बढ़ोतरी के बाद कई कस्टमर्स बीएसएनएल की ओर शिफ्ट हो गए थे. टैरिफ में इजाफे के 15 दिनों के अंदर 2,50,000 कस्टमर्स बीएसएनएल में पोर्ट करा चुके हैं. वैसे सरकार की इस पूरे प्रोजेक्ट पर काफी पैनी नजर है. वहीं सरकार इस पूरे प्रोजेक्ट की प्रगति नजर रखने और टारगेट समय पर पूरा हो इसके लिए प्रोजेक्ट मैनेज्मेंट यूनिट की स्थापना कर रही है. वैसे कंपनी को रिवाइव करने के लिए सरकार तीन बार पैकेज देने के तहत 3.2 लाख करोड़ रुपए जारी कर चुकी है.