हद से ज्यादा चिंता किस तरह बन जाती है रिश्ते की दुश्मन, 4 बातों से जानें

आज के समय में रिलेशनिप को निभाना थोड़ा मुश्किल हो गया है. सोशल मीडिया के इस जमाने में अब कपल एक-दूसरे से ज्यादा उम्मीदें लगाता है. पर क्या आप जानते हैं कि कभी-कभी ये प्यार भी रिश्ते के लिए मुसीबत बन जाता है. हम यहां लव के नाम पर हद से ज्यादा केयर की बात कर रहे हैं. कुछ लोग अपने पार्टनर की इतनी ज्यादा चिंता करते हैं कि उनका साथी दूरी बनाने पर मजबूर हो जाता है. इसका बुरा प्रभाव रिश्ते को टूटने की कगार तक पर ले जाता है. वैसे कुछ लोग ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर का शिकार होते हैं और ओवर केयरिंग इसी का एक पार्ट है.
ऑब्सेसिव लव डिसऑर्डर का शिकार इंसान अपने साथी को न अकेला छोड़ता है और उसे दूसरों का उससे बात करना भी पसंद नहीं होता. इस डिसऑर्डर का खामियाजा रिलेशनशिप को कई तरह से झेलना पड़ता है. कहीं आप या आपका पार्टनर ओवर केयरिंग जैसे इफेक्ट की चपेट में तो नहीं है. चलिए आपको बताते हैं कि रिलेशन में पार्टनर की चिंता किस तरह रिलेशनशिप को खतरे में डालती है.
लिमिट को भूल जाना
हद से ज्यादा केयर कपल के बीच बनी बाउंड्रीज को खत्म करने लगता है. ये सच है कि कम बोलना भी रिलेशन के लिए ठीक नहीं है पर हद से ज्यादा इन्वोल्व होना भी पर्सनल स्पेस को नुकसान पहुंचाता है. चिंता करने वाला इंसान अपनी लिमिट्स को भूल जाता है और अपने पार्टनर को अनकंफर्टेबल कर देता है. ये संकेत है कि ओवर केयरिंग आपके रिश्ते पर बुरा असर डाल रही है.
हर फैसला खुद लेना
एक्सेसिवली केयरिंग होने के कारण रिलेशनशिप में पार्टनर एक-दूसरे के फैसले भी खुद ही लेने लगते हैं. पर्सनल प्रॉब्लम हो या ऑफिस की कोई बात… ज्यादा केयर करने वाला खुद के फैसले पार्टनर पर थोपने लगता है. पार्टनर के लिए फैसला लेने के बजाय उसे सलाह देना बेहतर रहता है. इस तरह आप दोनों के बीच स्ट्रांग बॉन्डिंग बन पाएगी और रिलेशन में हैप्पीनेस बनी रहेगी.
खुद को ही खो देना
जब आप एक इंसान की चिंता पर हद से ज्यादा ध्यान देने लगते हैं और खुद को खोने की सिचुएशन बन जाती है. पार्टनर को ही सब कुछ मान लेने से हम अपनी लाइफ को नजरअंदाज करने लगते हैं. ये एक तरह का सेल्फ सेक्रिफाइज है और इससे रिश्ते में भी समस्याएं बनने लगती है. पर्सनालिटी डाउन होना, बातचीत के अंदाज में बदलाव जैसे संकेत बताते हैं कि हम खुद को ही खोने लगे हैं. रिश्ते में सब ठीक रखने के लिए खुद की चिंता करना भी जरूरी है.
उम्मीदें बांध लेना
ओवर केयरनिंग करने वाले लोगों में आदत होती है कि वे अपने पार्टनर से ज्यादा उम्मीदें बांध लेते हैं. इस वजह से रिलेशन में प्रॉब्लम्स बनने लगती है. एक समय पर लोग एक ही घर में साथ होकर भी साथ नहीं होते हैं. उम्मीद लगाने की वजह से रिश्ते में गलतफहमियां हो जाती हैं. इसलिए हमें एक-दूसरे की बाउंड्रीज का ख्याल रखना चाहिए.

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