ईरान के जिस गुर्गे ने कर रखा है नाटो देशों की नाक में दम, चीन ने उसे दे डाली चेतावनी
15 अगस्त को यमन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ब्रीफिंग हुई. इसमें चीनी दूत गेंग शुआंग ने हूती आंदोलन से लाल सागर में व्यापारिक जहाजों के लिए नेविगेशन के अधिकारों का सम्मान करने के लिए, चीन की बात को दोहराया है. ये बयान क्षेत्र में चल रहे तनाव के बीच आया है जो गाजा में संघर्ष से और बढ़ गया है.
यमन विद्रोही समूह हूती, एक लंबे समय से चल रहे युद्ध में शामिल रहे हैं, जो 2014 में शुरू हुआ था जब उन्होंने राजधानी सना पर कब्जा कर लिया था. संघर्ष के कारण मानवीय संकट पैदा हुआ, जिसमें लाखों यमनियों को विस्थापित होना पड़ा है. साथ ही उन्हें तत्काल मदद की आवश्यकता है. लाल सागर वैश्विक व्यापार के लिए एक अहम समुद्री मार्ग है, जिसमें चल रहे संघर्ष और उससे जुड़ी हिंसा के कारण यमन की 15% से अधिक आबादी विस्थापित हो गई है.
चीन की स्थिति
संयुक्त राष्ट्र में चीन के प्रतिनिधि गेंग शुआंग ने नेविगेशन अधिकारों के संबंध में अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने को कहा है. उन्होंने हूती से शिपिंग पर हमले बंद करने का आग्रह किया है, जो गाजा संघर्ष से जुड़ी अस्थिरता के बीच बढ़ गए हैं. गेंग ने कहा, “हम हूती संगठन से अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार लाल सागर में सभी जहाजों के नेविगेशन के अधिकारों का सम्मान करने का आह्वान करते हैं”. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि तनाव को और ज्यादा बढ़ने से रोकने के लिए सभी पक्षों को संयम बरतने की जरूरत है.
लाल सागर की स्थिति गाजा संघर्ष से बहुत करीब से जुड़ी हुई
नेविगेशन अधिकारों के सम्मान के लिए चीन का आह्वान इसकी कूटनीतिक रणनीति को दर्शा रहा है. इसमें विशेष दूत हंस ग्रंडबर्ग के नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र मध्यस्थता प्रयासों का समर्थन करना शामिल है. गेंग ने उम्मीद जताई कि वित्तीय और विमानन मुद्दों पर यमन सरकार और हूति संगठन के बीच हाल ही में हुआ समझौता आगे की बातचीत और वार्ता के लिए आधार के रूप में काम कर सकता है.
उन्होंने कहा कि यमन और लाल सागर की स्थिति गाजा संघर्ष से बहुत करीब से जुड़ी हुई है. साथ ही गेंग ने चेतावनी दी कि गाजा में युद्ध विराम हासिल करने की धीमी प्रक्रिया काफी नुकसान पहुंचा सकता है. गेंग ने गाजा में तत्काल युद्ध विराम हासिल करने और यमन और लाल सागर सहित क्षेत्र में तनाव को कम करने के लिए कहा है.