IIT छोड़ बनी थीं एक्ट्रेस…फिर बॉलीवुड ने ही कर दिया बेदखल, अब बन गईं गूगल हेड

फिल्मी दुनिया एक ऐसी करिश्माई जगह है, जहां हर कोई आना चाहता है. इस चकाचौंध की दुनिया में हर कोई फ्यूचर स्टार बनने का सपना देखता है, जिसके लिए वो यहां आने के लिए तमाम कोशिश करता है. हालांकि इसमें से कुछ के सपने सच होते हैं और कुछ ऐसे होते हैं, जो इस भीड़ में कहीं खो जाते हैं. आपने गौर किया होगा कि फिल्मी दुनिया में आने वाले कई चेहरे ऐसे हैं, जो कभी इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम थे, लेकिन आज वो गायब हैं. इन्हीं में से एक हैं ‘घर से निकलते ही, कुछ दूर चलते ही…’ गाने से मशहूर हुई मयूरी कांगो का.
मयूरी ने बॉलीवुड में 1995 से 2000 तक अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरा, लेकिन फिर वो अचानक से इस दुनिया को छोड़कर कॉरपोरेट वर्ल्ड में चली गईं. अपने इस छोटे से सफर के दौरान मयूरी ने कई हिट फिल्में दीं. मयूरी ने ‘नसीम’ फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी, जिसके बाद उन्होंने ‘पापा कहते हैं’, ‘होगी प्यार की जीत’, ‘बादल’ समेत कई फिल्मों में काम किया. हालांकि, मयूरी के सिल्वर स्क्रीन में आने और उसे छोड़ने की बड़ी दिलचस्प कहानी है. चलिए हम आपको बताते हैं.
आईआईटी में हो गया था एडमिशन
मयूरी का जन्म 15 अगस्त 1982 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुआ था. उनके पिता भालचंद्र कांगो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से जुड़े राजनेता हैं. वहीं मां सुजाता कांगों भी एक्ट्रेस रह चुकी हैं, जिसकी वजह से मयूरी भी इंडस्ट्री में आ पाईं. मयूरी अपने मां-बाप की इकलौती बेटी हैं. ऐसे में हर मां-बाप की तरह मयूरी के पैरेंट्स की चाहत भी यही थी कि मयूरी पढ़-लिखकर बिजनेस करें. मयूरी का भी यही सपना था कि वो बड़ी होकर किसी कंपनी की सीईओ बने, लेकिन वक्त और हालातों की वजह से वो फिल्मी दुनिया में आ गईं. मयूरी बचपन से पढ़ाई में बहुत अच्छी थी. मयूरी ने स्कूल की पढ़ाई औरंगाबाद के सेंट फ्रांसिस स्कूल से की. इसके बाद उनका एडमिशन आईआईटी कानपुर में हो गया था.
फिल्मों में कैसे हुई एंट्री?
मयूरी जब 12वीं क्लास से पास आउट हुईं, उसके बाद उनकी मां सुजाता फिल्म की शूटिंग के लिए मुंबई आ गईं. इस दौरान वो अपनी मां के साथ ही रह रही थीं. एक दिन मयूरी जब मां के साथ सेट पर गईं, तभी निर्देशक सईद अख्तर मिर्ज़ा ने मयूरी को देखा तो उन्होंने मयूरी को अपनी फिल्म ‘नसीम’ में हीरोइन बनने के लिए ऑफर दे दिया. मयूरी उस वक्त आईआईटी कानपुर में पढ़ाई कर रही थीं, जिसके चलते उन्होंने इस रोल के लिए मना कर दिया. हालांकि बाद में जब उन्होंने सोचा तो तुरंत हां कर दिया और फिल्म के लिए IIT छोड़ दिया. ‘नसीम’ में मयूरी ने लीड रोल किया था, जिसमें उनकी मां ने भी काम किया था. इस फिल्म ने स्क्रीनप्ले और बेस्टर डायरेक्टर की केटेगरी में नेशनल अवॉर्ड भी अपने नाम किया था. ‘नसीम’ फिल्म करने बाद मयूरी को कई बड़े ऑफर मिले. इस दौरान उन्होंने अजय देवगन, महेश बाबू और संजय दत्त समेत कई बड़े एक्टर के साथ काम किया.
फिल्म ‘नसीम’ में मयूरी की एक्टिंग को देख फिल्ममेकर महेश भट्ट उनसे बहुत खुश हो गए थे, जिसके बाद उन्होंने मयूरी को अपनी फिल्म ‘पापा कहते हैं’ में कास्ट कर लिया. इस फिल्म मेंमयूरी जुगल हंसराज के साथ नजर आई थीं. 1996 में रिलीज हुई ये फिल्म सुपरहिट थी. वहीं फिल्म का गाना ‘घर से निकलते ही’ ने तो सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. इस फिल्म ने मयूरी को रातोंरात स्टार बना दिया था. इसके बाद मयूरी ने ‘बेताबी’, ‘होगी प्यार की जीत’ और ‘मेरे अपने’ में काम किया. रानी मुखर्जी और बॉबी देओल की फिल्म ‘बादल’ में भी वो सपोर्टिंग रोल में दिखी थीं.

आखिर क्यों छोड़ दी एक्टिंग?
मयूरी ने फिल्म इंडस्ट्री में एक अपनी अलग पहचान बना ली थी, जिस वजह से उन्हें कई फिल्मों का ऑफर मिला और उन्होंने इनमें से कई फिल्में साइन भी की, लेकिन फिर अचानक से वो इंडस्ट्री से गायब हो गईं. ऐसा कहा जाता है कि फेमस होने के बाद जो फिल्में मयूरी ने साइन की वो किसी न किसी वजह से बन नहीं पाती थीं. ऐसे में उन पर मनहूस का टैग लग गया. इसके बाद धीरे धीरे मयूरी कोफिल्में मिलनी कम हो गईं और उनका करियर तबाह हो गया. हालांकि ऐसा नहीं है कि मयूरी ने हार मान ली थी. मयूरी ने इसके बाद साउथ इंडस्ट्री में हाथ आजमाया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. मयूरी ने फिल्मों की दुनिया को छोड़कर टीवी सीरियल में काम किया. इनमें ‘नरगिस’, ‘डॉलर बहू’, ‘कुसुम’, ‘करिश्मा’ समेत कई सीरियल हैं, लेकिन मयूरी का एक्टिंग से मन उठ गया था. इसके बाद मयूरी ने एक्टिंग को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया.
बन गईं गूगल इंडिया की हेड
मयूरी कांगो ने साल 2003 में एक्टिंग से दूर होने के बाद एक एनआरआई बिजनेसमैन आदित्य ढिल्लों से शादी कर ली. शादी के बाद वो अमेरिका शिफ्ट हो गईं, जहां उन्होंने फिर से बिजनेस की पढ़ाई करने की सोची. पढ़ाई में अच्छी होने के चलते मयूरी को ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं पड़ी और उन्होंनेस्कॉलरशिप हासिल कर एमबीए की पढ़ाई की. इसके बाद मयूरी कई बड़ी कंपनियों में काम किया. हालांकि जब वो मां बनीं तो करियर के साथ बच्चा संभालना मुश्किल हो गया, जिसके बाद मयूरी इंडिया वापस आ गईं. इंडिया आने के बाद साल 2019 में उन्हें गूगल में काम करने का मौका मिला. आज मयूरी गूगल इंडिया के हेड के तौर पर काम कर रही हैं. ncertpoint नाम की एक वेब साइट के मुताबिक उनकी नेटवर्थ करीब 12.40 करोड़ रुपए है.

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