गर्मी में टायर फटने के मामले आते हैं ज्यादा, क्या सर्दी में चटकने की हो सकती है समस्या?
गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसमों में टायरों पर अलग-अलग प्रकार के प्रभाव पड़ते हैं, जो टायर की सेफ्टी और परफॉर्मेंस को प्रभावित कर सकते हैं. गर्मी के मौसम में एक्सप्रेस वे और नेशनल हाईवे पर टायर गर्म होने की वजह से फटने की घटना ज्यादा होती हैं. इस वजह से कई बार भयंकर एक्सीडेंट भी होते हैं.
दूसरी और सर्दी में टायर अपने आप मौसम ठंडा होने की वजह से चटक जाते हैं, जिससे टायर कभी भी हाईवे और एक्सप्रेस वे पर फट सकते हैं. ऐसे में गर्मी और सर्दी के मौसम में गाड़ी और बाइक के टायरों का रखरखाव कैसे करें, इसके बारे में यहां बता रहे हैं.
गर्मी में टायर फटने का कारण
गर्मियों में सड़क और हवा का तापमान बहुत अधिक होता है, जिससे टायर के अंदर का प्रेशर बढ़ जाता है. जब यह प्रेशर टायर की सहनशीलता से अधिक हो जाता है, तो टायर फट सकता है. गर्म मौसम में सड़क की सतह और टायर के बीच का फ्रिक्शन बढ़ जाता है, जिससे टायर अधिक गरम हो जाते हैं. ज्यादा गरमी टायर की सामग्री को कमजोर कर सकती है, जिससे उनका फटना संभव है.
सर्दी में टायर चटकने की संभावना
सर्दियों में टायर की सामग्री कठोर हो जाती है, क्योंकि ठंडे मौसम में रबर सख्त हो जाता है. यह सख्त रबर छोटी दरारों और चटकों के प्रति अधिक संवेदनशील होता है. सर्दियों में तापमान कम होने से टायर का एयर प्रेशर भी कम हो जाता है.
अगर टायर में पहले से ही प्रेशर कम हो, तो यह ज्यादा दबाव सहने में असमर्थ हो सकता है और चटकने या फटने का खतरा बढ़ जाता है. सर्दियों में बर्फ और ओले जैसी स्थितियां टायर पर अतिरिक्त दबाव डाल सकती हैं, जिससे दरारें या चटकने की समस्या उत्पन्न हो सकती है.
टायर को सुरक्षित रखने के लिए क्या करें?
रेगुलर टायर चेकअप: मौसम के हिसाब से टायर का प्रेशर चेक करें और उसे सही लेवल पर बनाए रखें.
मौसम के अनुकूल टायर: अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहां सर्दियां बहुत कठोर होती हैं, तो विंटर टायर्स का उपयोग करना बेहतर हो सकता है, क्योंकि वे ठंडे मौसम में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
सावधानीपूर्वक ड्राइविंग: गर्मी और सर्दी दोनों मौसमों में सड़क की स्थितियों को ध्यान में रखकर ड्राइव करें, जिससे टायरों पर कम दबाव पड़े.