PM मोदी ने पैरालंपिक के खिलाड़ियों से की बातचीत, गोल्डन गर्ल अवनि लेखरा से पूछा ये खास सवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस पैरालंपिक में हिस्सा लेने जाने वाले भारतीय दल के खिलाड़ियों से बातचीत की और उनकी हौसलाअफजाई की. पैरालंपिक खेलों में डिसेबल्ड खिलाड़ी भाग लेते हैं. इन खेलों की शुरुआत 28 अगस्त से होने जा रही है, जो आठ सितंबर तक खेले जाएंगे. बता दें, पिछला पैरालंपिक भारत के लिए काफी खास रहा है. भारतीय पैरालंपियन खिलाड़ियों ने 5 गोल्ड, आठ सिल्वर और छह ब्रॉन्ज सहित कुल 19 मे़डल जीतकर इतिहास रच दिया था. यह देश का पैरालंपिक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था, जिससे भारत तालिका में 24वें स्थान पर रहा था.
PM मोदी की अवनि लेखरा से खास बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय दल से बातचीत करते हुए पैरा शूटर अवनि लेखरा से बातचीत की. PM मोदी ने कहा, ‘पिछले पैरालंपिक में आपने 1 गोल्ड सहित 2 मेडल जीतकर पूरे देश को गौरवान्वित किया था. इस बार आपका लक्ष्य क्या है? अवनि लेखरा ने जवाब देते हुए कहा, ‘पिछली बार, मेरा पहला पैरालंपिक खेल था. इसलिए, मैं 4 स्पर्धाओं में भाग ले रही थी और अनुभव प्राप्त कर रही थी. इस पैरालंपिक में, मैंने खेलों में मैच्योरिटी हासिल की है. मैं जिन भी स्पर्धाओं में भाग ले रही हूं, उनमें अपना बेस्ट देने की कोशिश करूंगी. मुझे पूरे भारत का समर्थन और प्यार मिला है.’

#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में भाग लेने वाले भारतीय दल से बातचीत करते हुए पैरा शूटर अवनि लेखरा से बातचीत की।
उन्होंने कहा, “पिछले पैरालिंपिक में आपने 1 स्वर्ण सहित 2 पदक जीतकर पूरे देश को गौरवान्वित किया था। इस बार आपका लक्ष्य क्या है?”
अवनि लेखरा pic.twitter.com/exrJE63ijo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 19, 2024

कौन हैं पैरालंपियन अवनि लेखरा?
अवनि लेखरा ने 2020 पैरालंपिक में 10 मीटर एयर स्पर्धा एसएच-1 में गोल्ड मेडल जीता था. इसके बाद 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में ब्रॉन्ज मेडल देश के नाम किया था. इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए अवनि को पैरालंपिक अवॉर्ड्स 2021 में बेस्ट फीमेल डेब्यू के खिताब से सम्मानित किया गया साल 2022 में अवनि लेखरा ने पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में भी गोल्ड जीतकर इतिहास रचा था. अवनि को खेल रत्न पुरस्कार, यंग इंडियन ऑफ द ईयर, पद्मश्री और पैराएथलीट ऑफ द ईयर जैसे अवार्ड्स मिल चुके हैं.
बता दें, साल 2012 में महज 12 साल की उम्र में अवनि लेखरा की जिंदगी उस समय बदल गई जब एक दुर्घटना के चलते उन्हें पैरालिसिस का शिकार होना पड़ा. लेकिन अवनि ने हार नहीं मानी और अब वह भारत का नाम पूरी दुनिया में रौशन कर रही हैं. दुर्घटना के महज तीन साल बाद ही अवनी ने शूटिंग को अपनी जिंदगी बना लिया था.

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