शेख हसीना की मुश्किलें और बढ़ीं…हत्या के दो और मुकदमें दर्ज
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. उनके खिलाफ हत्या के दो नए मामले दर्ज किए गए हैं. बांग्लादेश में हाल ही में हुए एक आंदोलन के दौरान दो लोगों की मौत के मामले में शेख हसीना और उनकी सरकार के पूर्व मंत्रियों के खिलाफ ये मामले दर्ज किए गए हैं. हसीना के खिलाफ इससे पहले भी कई मामले दर्ज हो चुके हैं.
बांग्लादेश की राजधानी ढाका के मीरपुर इलाके में लिटन हसन लालू उर्फ हसन और शेर-ए-बांग्ला नगर इलाके में तारिक हुसैन की हत्या के मामलों में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं. इन घटनाओं के कारण हसीना को सत्ता से बेदखल होना पड़ा था. लिटन के भाई ने ढाका मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मेंहदी हसन की अदालत में शेख हसीना, पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल, पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) अब्दुल्ला अल मामून और अन्य 148 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
शांतिपूर्ण जुलूस में गोलीबारी
लिटन चार अगस्त को मीरपुर इलाके में छात्र आंदोलन में शामिल हुआ था. यह आंदोलन शांतिपूर्ण था, लेकिन दोपहर करीब दो बजे हसीना की अवामी लीग पार्टी के लोगों ने जुलूस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. इस गोलीबारी में हसन घायल हो गया और बाद में उसकी मौत हो गई. इसी घटना को लेकर शेख हसीना पर केस दायर किया गया है.
मछली व्यापारी की मौत का मामला
शेख हसीना पर मछली व्यापारी की मौत का भी मामला दर्ज किया गया है. यह मामला रविवार देर रात दर्ज किया गया. यह मामला मोहम्मद मिलोन की पत्नी शहनाज बेगम ने दायर किया था, जिनकी 21 जुलाई को मछली बाजार से घर लौटते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में हसीना, पूर्व सड़क परिवहन एवं पुल मंत्री ओबैदुल कादर, पूर्व विधायक शमीम उस्मान और पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान समेत 62 लोगों को आरोपी बनाया गया है.