‘हमने इस्लामिक सिस्टम बनाया है और मरते दम तक..’, आजादी के जश्न में डूबे अफगानिस्तान से दुनिया को बड़ा संदेश
अफगानिस्तान ने रविवार को अपनी आजादी की 105वीं सालगिरह मनाई है. तालिबान सरकार के नेतृत्व में मनाए गए इस स्वतंत्र दिवस में कट्टर इस्लामी राष्ट्र की झलक देखने मिली है. तालिबान के नेताओं ने मंच से देश की जनता और दुनिया को बताया कि कैसे वे अफगानिस्तान को इस्लामिक राष्ट्र बनाए रखेंगे और इसका विस्तार करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने पश्चिमी देशों को चेतावनी भी दी. इसके अलावा अफगानिस्तान को विकास के रास्ते पर ले जाने के तरीकों पर बात की.
आर्थिक मामलों के मंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने आजादी समारोह के दौरान कहा कि देश को अपने विकास के लिए दूसरे देशों के अनुभवों से सीखना चाहिए. बरादर ने कहा, “नए अनुभवों को आजमाने के बजाय, हमें उन चीजों पर काम करना चाहिए जिन्हें अन्य देशों ने परखा है और उनको फायदा हुआ है. हमें यह देखना चाहिए कि क्षेत्र और दुनिया के देशों ने क्या किया है, उन्होंने अपनी सुरक्षा कैसे की और अपने दुश्मनों की कड़ी निगरानी में उन्होंने इसे कहां और कैसे बनाए रखा है.
Happy 105th Independence Day to all Afghan Nation. pic.twitter.com/WLNEpzlaeg
— M. Sardar A Shakeeb (@sardar_shakeeb) August 18, 2024
दुनिया को तालिबान का संदेश
कार्यवाहक रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब ने अपने भाषण के दौरान कहा, “सभी को यह साफ-साफ सुनना चाहिए हम किसी भी ताकत के सामने नहीं झुकेंगे और न ही किसी की दी हुई हुई नाम या उपाधि स्वीकार करेंगे. हमने इस जमीन पर एक इस्लामिक सिस्टम कायम किया है और हम अपने मरने तक और अपनी आखिरी सांस तक इसका बचाव करेंगे.
अपनी टिप्पणी में मोहम्मद याकूब ने इस बात पर भी जोर दिया कि वे दुनिया की ओर से लगाई गई किसी भी नाजायज शर्त को स्वीकार नहीं करेंगे. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि इस्लामिक अमीरात पश्चिम सहित सभी देशों के साथ सकारात्मक जुड़ाव चाहता है.
आजादी की लड़ाई हमारे लिए सम्मानजनक
हाल ही में तालिबान ने अफगानिस्तान से अमेरिका के जाने के तीन सालों का जश्न मनाया है. इस जश्न में तालिबान ने दुनिया को अपनी ताकत दिखाई थी. इस रविवार को ब्रिटेन से आजाद हुए अफगानिस्तान को 105 साल हो गए है. इस दौरान तालिबान के प्रशासनिक मामलों के मंत्री अब्दुल सलाम हनफी ने कहा, “स्वतंत्रता के लिए लड़ाई चाहे जब भी हो, हमारे लिए हमेशा सम्मानजनक है. इसी तरह तालिबान के कई और अधिकारियों ने इस दिन को देश के इतिहास में महत्वपूर्ण बताया.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नागरिकों को किसी को भी फिर से हथियार उठाने और तालिबान सरकार को कमजोर करने की इजाजत नहीं देनी चाहिए. कार्यवाहक रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि वे किसी भी कब्जेदार और अफगानिस्तान के दुश्मन के सामने चुप नहीं रहेंगे.