बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अडानी को होगा रिकॉर्ड नुकसान! भरपाई नहीं होगी आसान
बांग्लादेश में जिस तरह से तख्तापलट हुआ है. उसका असर भारत में भी देखने को मिल रहा है. खासकर देश के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है. वैसे नुकसान वाली कंपनियों की लिस्ट में सिर्फ अडानी की ही कंपनी नहीं है. बल्कि देश की 4 और कंपनियां है जिन्हें तगड़ा नुकसान हो सकता है. अडानी समेत देश की 5 कंपनियों को अरब डॉलर से ज्यादा यानी 8400 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो सकता है.
जिसमें करीब 80 फीसदी हिस्सेदारी सिर्फ अडानी की ही है. वास्तव में ये तमाम पॉवर कंपनियां है, जोकि बांग्लादेश को पावर सप्लाई करती हैं. बांग्लादेश पर इन कंपनियों का मोटा बकाया है. तख्तापलट के बाद जिसका मिलना काफी मुश्किल लग रहा है. वहीं इस नुकसान की भरपाई भी कहीं और से मुश्किल ही लग रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर अडानी समेत किन कंपनियों का बांग्लादेश पर कितना बकाया है.
अडानी का कितना बकाया
बिजली सप्लाई के बदले में बांग्लादेश को सबसे ज्यादा भुगतान अडानी पावर को करना है. ये रकम 800 मिलियन डॉलर की बताई जा रही है. अगर इसे भारतीय रुपए में कैलकुलेट करें तो 6700 करोड़ रुपए से ज्यादा बैठ रहा है. जानकारी के अनुसार एशिया के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी ने बांग्लादेश को बिजली सप्लाई करने के लिए झारखंड के गोड्डा में 1.6 गीगावाट का कोल बेस्ड प्लांट स्थापित किया है. जहां से डेडिकेटेड ट्रांसमिशन कॉरिडोर के थ्रू बिजली सप्लाई की जाती है. जानकारी के अनुसार बांग्लादेश की तत्कालिक सरकार इस बिजली के लिए अडानी को काफी पैसा दे रही थी. इस सप्लाई के लिए शेख हसीना सरकार की काफी आलोचना भी की गई थी.
इन कंपनियों का भी है बकाया
वहीं दूसरी ओर एसईआईएल एनर्जी इंडिया भी बांग्लादेश को बिजली सप्लाई क रही है. इसके लिए बांग्लादेश सरकार ने कंपली के साथ 250 मेगावाट बिजली की डील की थी. बांग्लादेश को एसईआईएल एनर्जी इंडिया का 150 मिलियन डॉलर देना है. इस लिस्ट में सरकारी पावर कंपनी एनटीपीसी का नाम भी शामिल है. कंपनी बांग्लादेश को 740 मेगावाट पावर सप्लाई करती है. पड़ोसी देश को कंपनी का 80 मिलियन डॉलर का भुगतान करना है.
ये कंपनियां भी लाइन में
इसके अलावा इस लिस्ट में पीटीसी इंडिया का नाम भी शामिल है. जानकारी के अनुसार पीटीसी पश्चिम बंगाल राज्य विद्युत वितरण कंपनी से बांग्लादेश विद्युत विकास बोर्ड को 250 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करती है. कंपनी की ओर से मीडिया रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार मार्च कं अंत तक बांग्लादेश पर 84.5 मिलियन डॉलर बकाया था. 25 अगस्त तक कंपनी को 46 मिलियन डॉलर मिल चुके हैं. मौजूदा समय में कंपनी का बाकाया 79 मिलियन डॉलर का है. वहीं दूसरी ओर पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने बांग्लादेश से 20 मिलियन डॉलर लेना है.
कहां आ रही है समस्या
मीडिया रिपोर्ट में सरकारी अधिकारियों के अनुसार कुछ कंपनियों को पेमेंट से जुड़ी समस्याएं खड़ी हुई है. जिसमें कुछ कोयला खरीद से संबंधित हैं. अधिकारियों के अनुसार इन तमाम कंपनियों का एक अरब डॉलर से ज्यादा का बकाया है. उसके बाद भी कंपनियों की ओर से बांग्लादेश को बिजली सप्लाई रोकी नहीं है. अधिकारियों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार दोनों देशों के बीच काफी मजबूत रिश्ते हैं. जिसकी वजह से अभी तक कंपनियों की ओर से बिजली सप्लाई को नहीं रोका गया है. लेकिन ये सप्लाई तक तक जारी रहेगी कुछ जानकारी नहीं है. उसका कारण ये है कि कंपनियों को अपने स्टेकहोल्डर्स को भी जवाब देना है. ऐसे में ये सिस्टम लॉन्ग टर्म तक नहीं हो सकता है.
मश्किल हो जाएगी सप्लाई
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अडानी पावर ने ड्यूज की बात को एक्सेप्ट कर लिया है, लेकिन रकम के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. मीडिया रिपोर्ट में पावर कंपनियों में से एक अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश से पेमेंट का इश्यू जल्द ही रिजॉल्व करना पड़ेगा. वर्ना कंपनियों के लिए सप्लाई करना काफी मुश्किल हो जाएगा. कंपनियों को लेंडर्स और सप्लायर्स को एडवांस पेमेंट करनी होती है. जिसके लिए कैपिटल की जरुरत होती है. गोड्डा प्लांट को जुलाई 2023 में फुल कैपेसिटी के साथ शुरू कर दिया गया था. इस प्लांट के लिए कोयले को इंपोर्ट किया जाता है. अब देखने वाली बात होगी कि आखिर भारत की बिजली कंपनियां कब तक बिजली सप्लाई जारी रखती हैं.