Government Earning from ITR Penalty Fee: लेट ITR से सरकार को हुई मोटी कमाई, 22 दिन में कमा डाले 627 करोड़
अगर आपने भी ITR डेडलाइन के बाद भरा है तो इस खबर के आंकड़ों से आपको झटका लग सकता है. भले ही बिलेटेड ITR फाइल करने के लिए आपने हजार या 5 हजार का फाइन दिया हो लेकिन इससे सरकार ने मोटी कमाई कर डाली है. इनकम टैक्स विभाग ने आईटीआर फाइलिंग की आखिरी तारीख 31 जुलाई 2024 तय की थी. इस तारीख तक 7.28 करोड़ टैक्सपेयर्स ने अपना आयकर रिटर्न दाखिल किया था. लेकिन बहुत सारे टैक्सपेयर्स डेडलाइन तक किसी कारण से अपना आईटीआर नहीं फाइल कर पाए थे, जो अब बिलेटेड ITR फाइल कर रहे हैं. हालांकि, इसके लिए उन्हें लेट फीस या पेनल्टी भी देनी पड़ रही है. जो सरकार के खजाने में जा रही है.
इनकम विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक सरकार ने 22 दिन में 7.4 करोड़ (7,42,75,307) लोगों ने अपना आईटीआर दाखिल किया है. डेडलाइन के बाद आईटीआर दाखिल करने वाले टैक्सपेयर को पेनाल्टी देनी पड़ती है. यह टैक्स के अमाउंट पर निर्भर करती है. आइए जानते हैं सरकार ने कितनी कमाई कर डाली है…
22 दिन में फाइल हुए 13.94 लाख ITR
विभाग की ओर से जारी किए गए डेटा के मुताबिक, 1 अगस्त से 22 अगस्त 2024 के बीच 13.94 लाख से अधिक आईटीआर दाखिल किए गए. लेकिन विभाग ने इन 13.94 लाख से दाखिल आईटीआर के प्राकार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. ऐसे बहुत मुमकिन है कि इनमें से कुछ रिटर्न ऐसे हों, जिनके लिए आईटीआर दाखिल करने की समय सीमा/देय तिथि 31 अक्टूबर या 30 नवंबर है.
लेट आईटीआर पर लगती है पेनाल्टी
नियमों के अनुसार, डेडलाइन के बाद लेट ITR दाखिल करने पर 5,000 रुपये तक की पेनाल्टी लगाई जाती है. 5 लाख रुपये तक की टैक्स लायबिल्टी इनकम वाले छोटे करदाताओं को केवल 1,000 रुपये का जुर्माना देना होता है. बता दें कि सामान्य आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले लोग 31 दिसंबर तक अपना रिटर्न फाइल कर सकते हैं, बशर्ते उन्हें पेनाल्टी देगी पड़ेगी.
3,48,74,72,500 कमाई का अनुमान
इकोनॉमिक टाइम्स ने अनुमान लगाने कि कोशिश की है कि सरकार पेनाल्टी से कितने पैसे कमाई होगी. आंकड़ों से पता चलता है कि अगर 13.94 लाख आईटीआर फाइल करने वालों में से 50% टैक्सपेयर्स ने देरी से आईटीआर दाखिल किया है, तो सरकार को देरी से आईटीआर दाखिल करने के लिए पेनाल्टी से 3,48,74,72,500 रुपये की कमाई होने का अनुमान है. यदि देरी से आईटीआर दाखिल करने वाले करदाताओं की संख्या अधिक है,तो पेनाल्टी भी अधिक होगी.