ये लक्षण दिख रहे हैं तो समझ जाइए आपको हो गया है यूरिन इंफेक्शन
यूरिन इन्फेक्शन पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखा जाता है और अगर वक्त पर ध्यान न दिया जाए तो कई बार स्थिति गंभीर तक हो सकती है. दरअसल महिलाओं में यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने पर अगर ध्यान दिया जाए तो यह यूट्रस यानी गर्भाशय तक पहुंचने की आशंका रहती है और अगर यूट्रस में इंफेक्शन हो जाए तो इससे प्रजनन क्षमता पर भी बुरा असर पड़ता है और प्रेग्नेंसी कंसीव करने में दिक्कत आ सकती है. इसके अलावा जो महिलाएं प्रेग्नेंसी फेज में हैं उन्हें खासतौर पर यूटीआई के लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए.
यूटीआई अगर गंभीर स्थिति में पहुंच जाए तो सेप्सिस भी हो सकता है. इसके अलावा किडनी से जुड़ी दिक्कत भी हो सकती है, जो जानलेवा भी है. इसलिए यूटीआई से जुड़े लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. हल्के लक्षण हो तो खानपान के साथ हाइजीन का ध्यान रखें और उसके बाद भी लक्षण बने रहें तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना जरूरी होता है. तो चलिए जानते हैं यूटीआई होने की वजह और क्या हैं लक्षण व बचाव.
क्यों होता है यूटीआई?
महिलाओं में यूटीआई होने की बात करें तो पीरियड्स के दौरान पैड, टेम्पोन को समय पर न बदलना, ज्यादा टाइट इनरवियर होना या अन्य पर्सनल हाईजीन का ध्यान न रखना, लंबे समय तक टॉयलेट न करना, पानी कम पीना, जैसी वजह होती हैं.
क्या दिखाई देते हैं यूटीआई के लक्षण?
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन होने पर पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, प्राइवेट एरिया में इचिंग, बार-बार टॉयलेट आने जैसा महसूस होना, टॉयलेट करते वक्त जलन या दर्द होना, यूरिन में बदबू आना, थकान, मितली, पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
यूरिन इंफेक्शन से बचने के टिप्स
यूरिन इंफेक्शन से बचाव के लिए रोजाना भरपूर मात्रा में पानी पीने के साथ ही डेली रूटीन में पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए और पीरियड्स के दौरान 5-6 घंटे में पैड बदलते रहना चाहिए. ज्यादा टाइट इनर वियर पहनने से बचना चाहिए.
क्या खाना सही और क्या नहीं?
यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण दिखाई दे रहे हो तो सेब का सिरका, क्रैनबेरी का जूस, नारियल पानी, धनिया का पानी आदि को अपनी डाइट में शामिल करें. इसके अलावा रोजाना दही खाना काफी फायदेमंद रहता है. वहीं चाय-कॉफी, खट्टे फल, तला हुआ और मसालेदार खाना, सोडा, कोल्ड ड्रिंक आदि चीजों से परहेज करना चाहिए.