जानिए क्यों होता है महिलाओं में वेजाइनल डिस्चार्ज, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

कई महिलाओं में कम उम्र के साथ ही वेजाइनल डिस्चार्ज की परेशानी शुरू हो जाती है, लेकिन समझने वाली बात ये है कि हर वेजाइनल डिस्चार्ज गंभीर नहीं होता लेकिन इसके कारण को जानना और इसका इलाज करवाना बेहद जरूरी है क्योंकि कई बार ये गंभीर रूप ले सकता है और किसी गंभीर समस्या का अंदेशा हो सकता है.
क्यों होता है वेजाइनल डिस्चार्ज
अक्सर महिलाएं वेजाइनल डिस्चार्ज की शिकायत करती हैं, ये चिपचिपा सफेद रंग का डिस्चार्ज होता है जो कि रेगुलर पीरियड्स से अलग है. इसका बहाव भी रेगुलर पीरियड्स से कम होता है लेकिन इसे अनदेखा करना नुकसानदायक हो सकता है. ये डिस्चार्ज सफेद, हल्का पीला, हरा, भूरा और लाल हो सकता है. इसलिए इसके बारे में डॉक्टर से परामर्श करना बेहद जरूरी होता है. कोई डिस्चार्ज बेहद चिपचिपा और गाढ़ा होता है तो कोई बेहद सामान्य.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
सीनियर स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुशीला गुप्ता कहती हैं कि वेजाइनल डिस्चार्ज कई तरह के होते हैं और इनके होने की वजहें भी अलग अलग हैं. इसलिए किसी भी असामान्य डिस्चार्ज को अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है इसलिए इसके बारे में डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए. साथ ही साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. डॉक्टर गुप्ता के मुताबिक अगर डिस्चार्ज सफेद रंग का है और उसमें कोई बदबू नहीं तो ज्यादा घबराने की बात नहीं लेकिन अगर डिस्चार्ज गहरे भूरे रंग का है और उसमें बदबू भी आ रही है तो ये किसी इंफेक्शन का संकेत हो सकता है जिसका इलाज करा जाना बेहद जरूरी है.
क्यों होता है वेजाइनल डिस्चार्ज
वेजाइनल डिस्चार्ज होने की कई वजहें हैं जैसे
– पीरियड्स के दौरान कई बार महिलाओं में हार्मोंस इमबैलेंस की वजह से भी वेजाइनल डिस्चार्ज होता है जिसे दवाईयों द्वारा ठीक किया जा सकता है. पीरियड्स के दौरान हार्मोंस में बदलाव होता है तब ये डिस्चार्ज हो सकता है ये चिपचिपा और बेहद सामान्य होता है.
– कई महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान गाढ़े सफेद और भूरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है. इस दौरान ज्यादा एस्ट्रोजन हार्मोंस के बनने से ये डिस्चार्ज होता है. कई बार प्रेगनेंसी में यूरिन ट्रैक्ट इंफेक्शन की वजह से भी महिलाओं को ये डिस्चार्ज होता है जिसमें खुजली की शिकायत भी रह सकती है. जिसे दवाई से ठीक किया जा सकता है.
– बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी वेजाइनल डिस्चार्ज संभव है. ये बैक्टीरियल इंफेक्शन भी कई वजहों से संभव है. इसमें यौन संबंध, हार्मोंस इमबैलेंस, यूरिन इंफेक्शन आदि शामिल है. इस दौरान इस हिस्से में बैक्टीरियल इंफेक्शन हो जाता है जिससे ये डिस्चार्ज होता है जिसमें दुर्गंध आ सकती है और खुजली की शिकायत भी हो सकती है. इस डिस्चार्ज का इलाज कराना बेहद जरूरी है वर्ना ये समस्या बढ़ सकती है
– इस एरिया में फंगल इंफेक्शन की वजह से भी वेजाइनल डिस्चार्ज संभव है. इस दौरान गहरे सफेद और ग्रे रंग का चिपचिपा डिस्चार्ज होता है जिससे वेजाइना में जलन और खुजली की शिकायत होती है. इसका भी उपचार संभव है इसलिए इसे भी अनदेखा नहीं करना चाहिए.
– सर्वाइकल कैंसर की वजह से भी कई बार महिलाओं में दुर्गंध वाला गहरा भूरा और लाल वेजाइनल डिस्चार्ज देखने को मिल सकता है. ये बेहद ही गंभीर स्थिति है जिसे नजरअंदाज करने से महिला की मौत तक हो सकती है. इसलिए इसे बिल्कुल भी अनदेखा न करें और अपना इलाज समय पर करवाएं.
वेजाइनल डिस्चार्ज से बचाव के तरीके
– वेजाइनल डिस्चार्ज से बचने के लिए अपनी साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. पानी से साफ कर इस एरिया को टिश्यू या कपड़े से सुखाएं. वहां नमी न रहने दें साथ ही इस एरिया को साफ करने के लिए हार्श साबुन का इस्तेमाल न करें.
– किसी भी तरह के वेजाइनल इंफेक्शन से बचने के लिए खूब पानी पिएं. ज्यादातर इंफेक्शन पानी की कमी से होते हैं ऐसे में पानी पीते रहें और शरीर को हाइड्रेटिड रखें.
– कॉटन पैंटीज का ही इस्तेमाल करें ताकि वहां नमी न हो और एरिया सुखा रहे.
– अगर इस एरिया में जलन है तो नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं जिससे वो एरिया मॉइश्चर रहेगा और किसी भी तरह के इंफेक्शन से होने वाली खुजली से आराम मिलेगा.
– स्ट्रेस भी इस डिस्चार्ज में बढ़ोतरी करता है इसलिए इस तरह के डिस्चार्ज को रोकने के लिए स्ट्रेज को मैनेज करें जिसके लिए योगा और मेडिटेशन का सहारा लें.

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