चुनाव प्रचार के बीच ट्रंप ने पुतिन के साथ बैठक को सही ठहराया, जानें क्या कहा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीन सितंबर को प्रकाशित होने वाली पुस्तक “सेव अमेरिका” में अपनी राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान 2018 में राष्ट्रपति पुतिन के साथ हुई शिखर वार्ता का बचाव किया है. इस बैठक को उन्होंने सकरात्मक और अच्छी बैठक बताया है.
यह बैठक फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में हुई थी और उस समय राष्ट्रपति ट्रंप की बहुत आलोचना हुई थी. अब इस किताब के जरिये ट्रंप ने बचाव करते हुए कहा है कि रूस के राष्ट्रपति के साथ उनका यह बैठक सकारात्मक और अच्छा था, जिसे सभी ने सराहा, लेकिन फर्जी न्यूज़ संस्थाओं ने इसके खिलाफ अपना एजेंडा चलाया और फेक न्यूज़ फैलाना शुरू कर दिया था.
इस पुस्तक में ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार अभियान तथा राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यालय से जुङे फोटो और यादों को इकट्ठा किया गया है. इसी पुस्तक के एक पेज पर ट्रंप ने शिखर वार्ता के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस की एक फोटो के नीचे लिखा है कि “यह एक मुश्किल दिन था”.
मार्क जुकरबर्ग के लिए क्या लिखा
इस पुस्तक में ट्रंप ने मेटा के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग के लिए लिखा कि अगर पिछले चुनाव की तरह इस बार भी स्थानीय निर्वाचन कार्यालयों में 40 करोड़ अमेरिकी डॉलर दान में दिए, तो वह उन्हें जेल में डाल देंगे. पिछले चुनाव में हार के बाद हुए दंगों के बाद सभी अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनियों ने ट्रंप को अपने प्लेटफॉर्म से ब्लॉक कर दिया था, जो अब जाकर हटाया गया है. इसमें फेसबुक, ट्विटर (अब एक्स), इंस्टाग्राम आदि शामिल थे.
हमले का भी जिक्र
इस पुस्तक में ट्रंप ने पेंसिल्वेनिया में हुए हमले का भी जिक्र किया है. उन्होंने लिखा है कि हर जगह खून बह रहा था, लेकिन फिर भी मैं सुरक्षित महसूस कर रहा था क्योंकि मुझे अपने ईश्वर पर भरोसा था. ज्ञात हो कि 13 जुलाई को चुनाव प्रचार के दौरान पेंसिल्वेनिया में उनके ऊपर जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे और हमलावर मारा गया था.