Thulasimathi Murugesan: हादसे में खराब हो गया था हाथ, अब तुलसीमति मुरुगेसन ने जिताया पैरालंपिक में सिल्वर मेडल

तुलसीमति मुरुगेसन ने पेरिस पैरालंपिक में अपने शानदार खेल से इतिहास रच दिया. तुलसीमति मुरुगेसन भारत की पहली महिला पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी हैं जिन्होंने देश को सिल्वर मेडल जिताया है. ये किसी भी भारतीय महिला पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी का पैरालंपिक में बेस्ट प्रदर्शन है. तुलसीमति मुरुगेसन ने खिताबी जंग चीन की यांग क्यू जिया से 17-21, 10-21 से गंवाया. तुलसीमति मुरुगेसन फाइनल मैच भले ही एकतरफा अंदाज में हारीं लेकिन पैरालंपिक में उन्होंने अपने खेल का लोहा मनवाया. आइए अब आपको बताते हैं कि तुलसीमति मुरुगेसन का पैरालंपिक में मेडल जीतने का सफर कितना मुश्किल था.
तुलसीमति मुरुगेसन का करियर
तुलसीमति मुरुगेसन का जन्म 11 अप्रैल, 2022 को तमिलनाडु में हुआ था. 22 साल की इस खिलाड़ी के बाएं हाथ का अंगूठा बचपन से ही नहीं था. इसके बाद वो एक हादसे का शिकार हुईं जिसमें उनकी जान बाल-बाल बची. हालांकि इस हादसे ने उनके बाएं हाथ को और खराब कर दिया. इसके बावजूद तुलसीमति मुरुगेसन ने हार नहीं मानी और उन्होंने 7 साल की उम्र से ही बैडमिंटन खिलाड़ी बनने की ठानी. तुलसीमति मुरुगेसन ने पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी से ट्रेनिंग ली. साइना नेहवाल को तुलसीमति अपना आदर्श मानती हैं. तुलसीमति मुरुगेसन को बैडमिंटन खिलाड़ी बनाने में उनके पिता का बड़ा हाथ रहा है.
तुलसीमति मुरुगेसन का करियर
तुलसीमति मुरुगेसन ने एशियन पैरा गेम्स 2022 में सुर्खियां बटोरी थी. उन्होंने देश को SL3-SU5 और SU5 में 3 मेडल जिताए थे. दिसंबर 2023 में तुलसीमति मुरुगेसन ने महिला डबल्स में मानसी जोशी के साथ फाजा दुबई पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2023 में देश को गोल्ड मेडल जिताया था. पीएम मोदी ने भी साल 2023 में तुलसीमति मुरुगेसन को उनकी कामयाबी के लिए सलाम किया था. इसी साल तुलसीमति मुरुगेसन ने मानसी जोशी के साथ मिलकर वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल जीता था. अब पेरिस पैरालंपिक में भी उन्हें सिल्वर मेडल मिला है. हालांकि जिस तरह का टैलेंट इस खिलाड़ी में उसे देखकर साफ है कि अगली बार तुलसीमति मुरुगेसन के मेडल का रंग गोल्ड में बदलेगा.

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