आंध्र और तेलंगाना में बारिश से बर्बादी, 35 की गई जान, राहत कैंप में हजारों लोग

आंध्र-प्रदेश और तेलंगाना दोनों ही राज्यों में बाढ़ से हालात दिन-ब-दिन खराब होते जा रहे हैं. बीते दिन राज्यों की कई सौ ट्रेनों को रेलवे ट्रैक पर पानी भरने की वजह से रद्द कर दिया गया था. दोनों राज्यों में हो रही रिकॉर्ड तोड़ बारिश की वजह से शहर समंदर बनते जा रहे हैं. सड़कों पर सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है. कई जिले कनेक्टिविटी और बिजली से कट गए हैं. कई हजार लोग राहत कैंप में हैं.
बाढ़ की वजह से आंध्र-प्रदेश में 19 और तेलंगाना में 16, यानी दोनों राज्यों में 35 लोगों की मौत हो गई है. जहां आंध्र-प्रदेश में पहले 26 टीमें राहत बचाव कार्यों के लिए तैनात की गई थी. वहां अब 36 टीमों को लगा दिया गया है. इसके साथ ही 138 बोट और 283 एक्सपर्ट तैराक को भी राज्य में भेजा गया है. बाढ़ से जूझ रहे लगभग 42 हजार लोगों के लिए 176 राहत कैंप बनाए गए हैं, जिनमें लोगों को पहुंचाया गया है. यहां पर 136 मवेशियों की भी मौत हो गई, साथ ही 1,72,542 हेक्टेयर धान की फसल का नुकसान भी राज्य को झेलना पड़ा है.
मुख्यमंत्री ने लिया जायजा
आंध्र-प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया. उन्होंने सभी कैबिनेट मंत्रियों से ऑपरेशन पर नजर रखने को कहा है. इसके साथ ही कैंप में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. तेलंगाना में भी ऐसे ही हालात हैं. जहां बाढ़ की चपेट में आकर 16 लोगों की जान चली गई. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इसे प्राकृतिक आपदा बताया. वहीं मृतकों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि 4 लाख से बढ़ाकर 5 लाख कर दी गई है. तेलंगाना में 4000 लोगों को 110 राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है. राज्य में 415000 एकड़ फसल का नुकसान हुआ है.
50 साल का टूटा रिकॉर्ड
आंध्र-प्रदेश और तेलंगाना में इस साल बारिश ने 50 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. दोनों ही राज्यों को जान-माल का भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. आंध्र-प्रदेश के विजयवाड़ा की बुडामेरु नदी में अचानक पानी का स्तर बढ़ने से हालात और बिगड़ गए हैं. विजयवाड़ा में प्रकाशम बैराज से 11 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसको देथे हुए निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.

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