क्या है माफिया मुंडीर? जिसपर हनी सिंह और बादशाह, दोनों करते हैं अलग-अलग दावा

लंबे वक्त से इंडस्ट्री से गायब रहने के बाद हाल ही में हनी सिंह ने अपना नया एल्बम ‘ग्लोरी’ रिलीज किया है. ये एल्बम 26 अगस्त को रिलीज हुआ, जिसमें पाकिस्तानी कलाकार भी शामिल हैं. हनी सिंह फिलहाल एल्बम का प्रमोशन करते नजर आ रहे हैं. इस दौरान उन्हें फिर से ‘माफिया मुंडीर’ के बारे में बात करते हुए देखा गया. इस दौरान उन्होंने बादशाह के खिलाफ भी कुछ बातें कीं. कई जगहों पर बादशाह को भी इस ग्रुप के बारे में बात करते सुना गया है. अब सवाल उठता है कि आखिर माफिया मुंडीर है क्या, जिसको लेकर अक्सर चर्चा होती है और अलग अलग दावे किए जाते हैं.
बताया जाता है कि माफिया मुंडीर की शुरुआत हनी सिंह ने की थी. उन्होंने इसे तब शुरू किया था जब उनका गाना ‘सोडा व्हिस्की’ हिट हो गया था. माफिया मुंडीर का असल मतलब ऐसे लोगों का प्लेटफॉर्म है, जो जोखिमों से नहीं डरता. करियर की शुरुआत के कुछ वक्त बाद हनी सिंह की मुलाकात बादशाह से हुई और फिर दोनों ने साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया. बाद में हनी सिंह ने दिल्ली के एक ग्रुप को इसमें शामिल किया, जिसमें रफ्तार, इक्का और लिल गोलू थे. माफिया मुंडीर इन 5 रैपर का एक प्लेटफॉर्म था, जिसने साथ मिलकर काफी शानदार काम किया.
माफिया मुंडीर के मेंबर कौन थे?
कुछ वक्त बाद इसमें पंजाबी आर्टिस्ट्स को भी शामिल किया गया, जिसमें जे स्टार, निंजा, अल्फाज, मनी औजला का नाम शामिल है. माफिया मुंडीर ने कई हिट गाने दिए, जिसमें ‘डोप शोप’, ‘गबरू’, ‘हाय मेरा दिल’, ‘ग्लासी’, ‘गेट अप जवानी’ और ‘सिफ्तान’ का नाम शामिल है. माफिया मुंडीर एक प्लेटफॉर्म था, जिसमें कई टैलेंटेड रैपर्स शामिल थे. ये प्लेटफॉर्म जब बना तो रैप इंडस्ट्री में हलचल मच गई. माफिया मुंडीर के शुरू होने से लेकर इसके टूटने की कहानी काफी दिलचस्प है.
क्या थी माफिया मुंडीर के टूटने की वजह?
जैसे-जैसे माफिया मुंडीर के गाने फेमस होते गए, वैसे-वैसे प्लेटफॉर्म के हर एक मेंबर का पर्सनल गोल भी अलग होता गया. सभी के आपस में झगड़े होने लगे, इस प्लेटफॉर्म से सबसे पहले इक्का अलग हो गए. कहा जाता है कि इक्का को पता चला कि उसे माफिया मुंडीर से बाहर कर दिया गया है. इस पर बात करने की बजाय उन्होंने प्लेटफॉर्म छोड़ दिया. धीरे-धीरे इससे बाकी आर्टिस्ट भी अलग हो गए, जिसमें इक्का के बाद रफ्तार और फिर बादशाह का नाम आता है. प्लेटफॉर्म छोड़ने की वजह के बारे में बात करते हुए एक बार रफ्तार ने बताया था कि ‘डोप-शोप’ गाना उन्होंने लिखा और शूट किया था, लेकिन गाना जब फाइनल रिलीज किया गया तो रफ्तार उसमें शामिल नहीं थे.
बादशाह की भी यही शिकायत थी कि उन्हें काम के लिए क्रेडिट नहीं दिया गया, जिसके चलते 2011 में वो भी माफिया मुंडीर से अलग हो गए. हालांकि, इन सभी झगड़े के बीच सबसे ज्यादा हनी सिंह और बादशाह का विवाद हाइलाइट हुआ. कई इंटरव्यूज और पॉडकास्ट में दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ बातें की. आखिर 2012 में माफिया मुंडीर नाम का ग्रुप ही खत्म हो गया.
हनी सिंह और बादशाह का अलग-अलग दावा
हनी सिंह या किसी और मेंबर को इस पर ज्यादा बात करते नहीं देखा गया है, लेकिन हाल ही में हनी सिंह ने लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया कि बादशाह माफिया मुंडीर का कभी हिस्सा ही नहीं थे और न ही इसमें जुड़े लोगों के लिए कोई भी लीगल बाउंड्री थी. वहीं बादशाह ने राज शामनी के इंटरव्यू में ये दावा किया था कि वो इसका हिस्सा थे और इसमें जुड़ने के लिए लोगों से कई खाली पन्नों पर साइन कराए गए थे. कुछ वक्त पहले भी हनी ने मेंबर्स को लेकर कहा था, “जो लोग माफिया मुंडीर का मेंबर होने का दावा करते हैं और मुझे हनी पाजी की जगह हनी बोलते हैं वो कभी इसका हिस्सा थे ही नहीं.”
“बहला-फुसला कर गानें लिखवा लो”- रफ्तार
हनी सिंह के इस बयान पर इक्का ने एक इंटरव्यू में कहा, “मैं तो सभी की रिस्पेक्ट करता हूं, हनी भाई को कौन सी बात बुरी लगी इसका मुझे पता नहीं है. बात रही रफ्तार और हनी पाजी के बीच की तो इनके बीच अपना कुछ अलग ही है. रफ्तार के दिल में भी कई चीजें हैं जो उसके हिसाब से गलत हुईं.” वहीं रफ्तार ने भी एक इंटरव्यू में बिना नाम लिए हनी सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, “पहले भाईयों वाले वादे करो, एक ही थाली में खाओ और फिर बहला-फुसला कर गानें लिखवा लो… ये सब एक पैटर्न होता है.”

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