संविधान और कुरान शरीफ में सर्वोपरि कौन? मौलाना मदनी ने क्या दिया जवाब

जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी टीवी9 के खास कार्यक्रम के मेहमान बने और कई मसलों पर खुलकर अपनी बात रखी. उन्होंने बुलडोजर एक्शन को अन्याय और अत्याचार का प्रतीक बताया तो विदेश नीति को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ भी की. मौलाना मदनी ने लोकतंत्र में संविधान और कुरान शरीफ में सर्वोपरि कौन से जुड़े सवाल पर भी अपना जवाब दिया.
टीवी 9 भारतवर्ष के खास कार्यक्रम 5 एडिटर्स के साथ बातचीत में महमूद मदनी ने संविधान और कुरान शरीफ में सर्वोपरी क्या, के सवाल पर कहा, “ये सवाल ही गलत है. दोनों के बीच किसी तरह का कोई कंपटिशन ही नहीं है. इनके बीच कोई मुकाबला ही नहीं है.” उन्होंने आगे कहा कि ये सवाल मुझसे साल 2002 से ही पूछा जा रहा है. कभी राष्ट्र के नाम पर, कभी देश के नाम पर ये सवाल ही गलत है.”
संविधान और कुरान सबकी अपनी जगहः मदनी
मदनी ने आगे कहा, “कुरान और शरीयत हमारे मां-बाप की तरह है. आप मुझसे पूछेंगे कि कौन सी आंख अच्छी लगती है, कौन सी रखें और कौन सी फोड़ दें. यह हमारे लिए हमारा आइन है.” उन्होंने आगे कहा, “मेरे हिसाब से भारत के संविधान की अपनी जगह है. और कुरान शरीफ की अपनी जगह है. दोनों को आप मिक्स मत करिए. आज के युवाओं को यह पता होना चाहिए कि कुरान का क्या काम है, कुरान की क्या हैसियत है. कुरान का क्या मुकाम है.”

मौलाना महमूद मदनी ने संविधान और कुरान शरीफ में किसे सर्वोपरि बताया? #MahmoodMadani | | @nishantchat pic.twitter.com/tktrn5zPpk
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) September 4, 2024

एक अन्य सवाल कि अखिलेश यादव, राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी में कौन मुसलमानों का हमदर्द है, इस पर मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि एक बार फिर यही कहूंगा कि यह सवाल ही असत्य है. मैं कैसे कह सकता हूं कि कौन हमदर्द हैं. इन नेताओं में सबकी अपनी-अपनी खासियत है. किसी की कुछ बातें अच्छी लगती है तो किसी की कुछ बातें. इन तीनों नेताओं में से किसके साथ अच्छी दोस्ती है, पर मदनी ने कहा कि ये छोटा सा आदमी हूं और कहां इन बड़े लोगों से मेरी दोस्ती हो पाएगी.
राहुल गांधी में काफी बदलाव आयाः मदनी
कई राज्यों में बुल्डोजर एक्शन को लेकर महमूद मदनी ने कहा कि किसी भी सभ्य समाज में बुलडोजर एक्शन की इजाजत नहीं है. मामला कोर्ट में लंबित है, इसलिए इस पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकते. अब सुप्रीम कोर्ट को ही तय करना है कि बुलडोजर एक्शन सही है या गलत. लेकिन बुलडोजर अन्याय और अत्याचार का प्रतीक बन गया है. उन्होंने यह भी कहा कि जो कोई गलत करता है उसे माफी नहीं मिलनी चाहिए.
राहुल गांधी को लेकर मौलान मदनी ने कहा कि राहुल गांधी में काफी बदलाव आया है, वो मेहनत कर रहे हैं लोगों के बीच में जा रहे हैं. राहुल की मोहब्बत की बात पर उन्होंने कहा कि अगर कोई मोहब्बत की बात करता है तो उसे नकारा कैसे जा सकता है. अब अगर कोई उसकी तारीफ करेगा तो आप कहेंगे कि आप राहुल की तारीफ कर रहे हैं. हालांकि जो बात कही जा रही है वो काबिलेतारीफ है.

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