नाइजीरिया में बोको हरम का आतंक, 100 से ज्यादा लोगों को उतारा मौत के घाट
पूर्वोत्तर नाइजीरिया में संदिग्ध बोको हरम के चरमपंथियों ने एक भयानक हमला किया जिसमें कम से कम 100 ग्रामीणों की मौत हो गई. ये घटना रविवार को योबे के तारमुवा परिषद क्षेत्र में हुई है. स्थानीय लोगों के अनुसार 50 से ज्यादा चरमपंथी बाइक पर सवार होकर आए और उन्होंने पहले तो गोलीबारी की और फिर बिल्डिंग में आग लगा दी.
योबे के उप-गवर्नर इदी बार्डे गुबाना ने बताया कि हमले में 34 लोगों की मौत हो गई है. लेकिन स्थानीय नेता जना उमर के अनुसार, असली संख्या 102 है. उन्होंने कहा कि कई लोग या तो अधिकारियों के पहुंचने से पहले ही दफनाए जा चुके थे या उनके शवों को अन्य स्थानों पर ले जाया गया था. उमर ने यह भी बताया कि अभी भी कई लोग लापता हैं और उनकी तलाश जारी है.
सबसे घातक हमलों में से एक
इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए चरमपंथियों ने कहा कि ये कार्रवाई ग्रामीणों द्वारा सुरक्षाकर्मियों को उनकी गतिविधियों की जानकारी देने के बदले में की गई है. ये हमला पिछले साल के सबसे घातक हमलों में से एक माना जा रहा है, जो नाइजीरिया में बढ़ती असुरक्षा और आतंकवाद की स्थिति को दर्शाता है.
क्या है बोको हरम ?
बोको हरम एक इस्लामी चरमपंथी समूह है, जिसकी स्थापना 2002 में हुई थी. इसका मुख्य उद्देश्य नाइजीरिया में शरिया कानून लागू करना और पश्चिमी शिक्षा का विरोध करना है. इस समूह ने पिछले 10 सालों में हजारों लोगों को मौत के घाट उतारा है वहीं, लाखों लोगों को विस्थापित किया है. बोको हरम के हमले केवल ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि स्कूलों और धार्मिक स्थलों पर भी होते रहे हैं. इसके कारण आस-पास के क्षेत्रों में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है.
नाइजीरिया की सरकार और सुरक्षा बल इस समस्या से निपटने के लिए कई कोशिश कर रहे हैं, लेकिन स्थिति में सुधार लाना कठिन हो रहा है. स्थानीय समुदायों को सुरक्षा प्रदान करने और हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है.