बुखार होने पर लिक्विड डाइट लेने की सलाह क्यों देते हैं डॉक्टर, क्या इससे बुखार कम होने में मिलती है मदद?

बुखार का सीजन चल रहा है और ज्यादातर लोग बुखार से पीड़ित है. खासतौर पर इस सीजन में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के मामले ज्यादा बढ़ने लगते हैं. बारिशों के बाद मच्छर पनपने से इस तरह के बुखार होना स्वाभाविक है ऐसे में बुखार होने पर दवाइयों के साथ साथ ज्यादातर डॉक्टर पेशेंट को लिक्विड डाइट लेने की सलाह देते हैं लेकिन कभी आपने सोचा है कि ऐसा क्यों होता है. दरअसल, इस दौरान लिक्विड डाइट लेने के कई कारण होते हैं.
बुखार के समय आपके शरीर की शक्ति कम होने लग जाती है. है ऐसे में आपके शरीर के अंग सुचारू रूप से काम नहीं करते. ऐसे में अगर आप भारी खाना खाते हैं तो उसे पचाने में काफी परेशानी होती है. इसलिए डॉक्टर्स हल्का खाना खाने की सलाह देते हैं ताकि आपको भरपूर पोषण भी मिले साथ ही उसे पचाने के लिए आपको ज्यादा मशक्कत न करनी पड़े.
अक्सर बुखार में लोगों के स्वाद में कमी आ जाती है और उन्हें कुछ भी खाना अच्छा नहीं लगता. ऐसे में हल्का खाना खाने और पचाने दोनों में आसान होता है. थोड़ा खाना से भी आपके शरीर को पोषण मिल जाता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
दिल्ली में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ कवलजीत सिंह बताते हैं कि बुखार के दौरान शरीर का तापमान बढ़ जाता है और इस दौरान पसीना भी आता है. वायरल, डेंगू और मलेरिया तीनों में पसीना कुछ लोगों को आता ही है. ऐसे में शरीर में पानी की कमी हो जाती है. इससे डिहाइड्रेशन हो जाता है. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए डॉक्टर पानी पीने की सलाह देते हैं. डेंगू जैसे बुखार में भी शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए. इससे प्लेटलेट्स पर फर्क पड़ सकता है. ऐसे में बुखार होने पर डॉक्टर लिक्विड डाइट लेने की सलाह देते हैं. बुखार के दौरान हर दिन कम से कम सात से आठ गिलास पानी पीना चाहिए
ये डाइट लें
बुखार के दौरान डाइट में खिचड़ी, दलिया और सूप को शामिल करें. दरअसल इस खाने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में ताकत मिलती है. खिचड़ी में इस्तेमाल होने वाली दाल से प्रोटीन और चावल से कार्बोहाइड्रेट की भरपाई होती है. जिससे भरपूर पोषण मिलता है. ऐसे ही दलिया कार्बोहाइड्रेट का एक बेहतरीन स्रोत है अगर इसमें सब्जियां मिला दी जाए तो पोषण बढ़ जाता है. ऐसे ही सब्जियों से बनने वाले सूप से भी शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं.
फ्रूट विटामिन सी का बेहतरीन स्रोत
ऐसे ही इस दौरान फलों का रस या फल खाने से शरीर में विटामिन सी की पूर्ति होती है जो हमारी इम्यूनिटी बेहतर करती है साथ ही किसी भी तरह के इंफेक्शन से लड़ने में प्रभावशाली होती है. इसलिए इस दौरान फलों का सेवन करने की सलाह दी जाती है.
साथ ही लिक्विड डाइट लेने से शरीर में पानी की पूर्ति होती है जिससे शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिलती है जो कि बुखार के समय बढ़ जाता है. इसलिए शरीर को ठंडा और सामान्य तापमान के लिए लिक्विड डाइट लेना जरूरी हो जाता है.

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