पाकिस्तान में पुलिसवालों के मोबाइल पर प्रहरा, सोशल मीडिया इस्तेमाल करने की मिली ऐसी सजा
ड्यूटी पर सोशल मीडिया का प्रयोग करना पाकिस्तान के सिंध पुलिस के जवानों के लिए महंगा साबित हुआ है, उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है. पाकिस्तान की एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कराची पुलिस ने अपने 18 पुलिसकर्मियों को नौकरी से निकाल दिया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस के प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया है.
दरअसल, बात यह है कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत के आईजी ने एक आदेश में कहा था कि जो पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया पर पुलिस की वर्दी में डबल मीनिंग वाले वॉयस-ओवर, प्लेबैक गाने और अश्लील वीडियो अपलोड करेंगे, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. इस आदेश में पुलिस अधिकारियों को किसी भी मंच पर वर्दी में वीडियो अपलोड करने से प्रतिबंधित किया गया था और इसका पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी.
आदेश का पालन नहीं करना पड़ा महंगा
शुक्रवार को कराची पुलिस ने 12 पुलिसकर्मियों को अनुशासन हीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया, जिससे सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों की कुल संख्या 18 हो गई. शुक्रवार को सस्पेंड किए गए 12 पुलिसकर्मियों में 9 पुरुष और 3 महिला कर्मी हैं. इससे पहले गुरुवार को कराची के पुलिस चीफ जावेद आलम ने 6 पुलिसकर्मियों को वर्दी में वीडियो बनाकर टिक टॉक पर अपलोड करने के मामले में सस्पेंड किया था. सस्पेंड किए गए 6 पुलिसकर्मिओ में 2 महिला पुलिसकर्मी भी थीं.
सिंध आईजी के आदेश पर कार्रवाई
यह कार्रवाई सिंध पुलिस के आईजी गुलाम नबी मेमन के आदेश के तहत की गई है. उन्होंने कराची के एआईजी, जोनल डीआईजी और एसएसपी को एक्शन लेने का आदेश दिया था. उन्होंने कहा था कि ड्यूटी घंटों के दौरान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टिक टॉक पर वीडियो अपलोड करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया जाए. ये कार्रवाई पुलिस विभाग में अनुशासन बनाए रखने के लिए की गई है. दरअसल, ड्यूटी के दौरान सोशल मीडिया के दुरुपयोग के मामले सामने आ रहे थे, जिससे पुलिस विभाग को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा था.